थाना बारादरी बरेली पुलिस द्वारा डाक्टर को 07 घण्टे डिजिटल अरेस्ट किये जाने की सूचना पर तत्काल एवं सटीक कार्यवाही कर साईबर अपराधियों से 50 लाख रूपये की धनराशि बचाई
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दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : पुलिस अधीक्षक नगर मानुष पारीक को इमरान खां नामक व्यक्ति ने सूचना दिया कि उनके चाचा डा0 नजबुल हसन पुत्र स्व0 मो0 हसन निवासी फाईक इन्कलेव थाना बारादरी बरेली जिनकी डिस्पेन्सरी पुराना शहर में सूफीटोला थाना बारादरी में संचालित है, आज दोपहर किसी से मोबाइल से बात हुई औऱ बात करते ही घर पर आये एवं बैंक आदि के कागजात लेकर घरवालो को बिना बताये स्कूटी से कही चले गये है फोन करने पर फोन नही उठा रहे है, सूचना प्राप्त होने पर श्रीमान पुलिस अधीक्षक नगर महोदय द्वारा प्रभारी निरीक्षक थाना बारादरी बरेली को तत्काल सम्बन्धित व्यक्ति के मोबाइल का लोकेशन लेकर ट्रेस करने हेतु कहा गया । थाना बारादरी पुलिस तत्काल प्रभाव से एक्टिव होकर उनके परिजन भतीजे व पुत्री से पूछताछ प्रारम्भ की पूछताछ में यह जानकारी हुई कि डा0 नजबुल हसन को कही से फोन आया था और बताया गया था कि उनका आधार कार्ड गलत काम हवाला के लेन देन में प्रयोग हुआ है , पूछताछ से यह सम्भावना प्रतीत हुई कि सम्बन्धित व्यक्ति को कही साईबर अपराधियो द्वारा डिजिटल अरेस्ट तो नही कर लिया गया है। इसके बाद मोबाइल नम्बर को सर्विलांस पर लगाकर लोकेशन लिया गया तो लोकेशन होटल कन्ट्री इन पीलीभीत बाईपास रोड के आस पास पाया गया वहां पर तलाश करने पर इनकी स्कूटी मो0साइकिल कन्ट्री इन होटल के बाहर पार्क होना पायी गयी, होटल में पूछताछ किया गया तो पाया गया कि डा0 नजबुल हसन द्वारा सोमवार तक के लिए कमरा बुक कराया गया है, जिसका रूम नं0 105 है, होटल स्टाफ को लेकर कमरे को खुलवाने का प्रयास किया गया एवं दरवाजे से कान लगाकर सुना गया तो पाया गया कि कोई व्यक्ति इन्हे वीडियो कॉल पर निर्देश दे रहा है कि दरवाजा मत खोलना बता दो मैं बहुत व्यस्त हू मुझे किसी चीज की आवश्यकता नही है। मास्टर चाबी से भी दरवाजा खोलने का प्रयास किया गया किन्तु सैन्सर ओपन होने के बाद भी सिटिकिनी बन्द होने के कारण दरवाजा नही खुला तब आग लगने की झूठी सूचना फैलाकर काफी प्रयास के बाद दरवाजा खोला गया तो डा0 नजबुल हसन साईबर अपराधी के चंगुल में डिजिटल अरेस्ट पाये गये जिन्हे सोमवार तक के लिए डिजिटल अरेस्ट किया गया था । डा0 नजबुल हसन का ब्रेनवास साईबर अपराधी ने इस तरह कर रखा था कि असली पुलिस की बातो को ही गलत मान रहे थे तथा साईबर अपराधी की बात को सही मान रहे थे, तब तक मौके पर श्रीमान पुलिस अधीक्षक नगर महोदय भी आ गये उनके द्वारा डा0 नजबुल हसन से पूछताछ कर वार्ता की गयी तो बताया कि आज दोपहर में उन्हे एक फोन आया और बताया गया कि आपका आधार कार्ड मुम्बई में हवाला कारोबार में नरेश गोयल व उसके पार्टनर ने प्रयोग कर कई राज्यो में घोटाला किया गया है जिसकी जांच आरबीआई एवं सीबीआई से की जा रही है, अगर तुम उसमें फंसना नही चाहते हो, तत्काल अपनी पासबुक व अन्य रिकार्ड लेकर कही पर होटल में 03 दिन के लिए शिफ्ट हो जाओ, फोन मत काटना, तुम्हारे घर के पास सीबीआई पंहुच गयी है, जो तुम पर नजर रख रही है। यह बात किसी से मत बताना औऱ जो कहा जाये उसे फॉलो करना । उन्ही के दिये गये निर्देशो के अनुसार में कार्य कर रहा था और यहां होटल में कमरा लेकर करीब 03 घण्टे से हूं। अब तक मैने उनके बताये अनुसार अपने तीन बैंक खातो को डिटेल उन्हे नोट कराया है ,जिसमें लगभग 50 लाख की धनराशि है, उनके द्वारा अब एक मैसेज डालकर बैंक का आईएफसी कोड एवं डिजिटल कोड पूछा जा रहा था जिसे मैं अब बताने वाला था कि आप लोगो ने दरवाजा खुलवा दिया । इस प्रकार 07 घण्टे तक डिजिटल अरेस्ट रहे व्यक्ति को लुटने से बचाया गया एवं उसके बैंको में जमा 50 लाख रूपये को सुरक्षित कराया गया । उक्त प्रकऱण में डा0 नजबुल हसन की लडकी तथा भतीजे एवं थाना बारादरी पुलिस की तत्परता एवं सूझबूझ ने घटना होने से पहले ही रोक दिया गया ।