चैत्र नवरात्र दुर्गा अष्टमी पर धर्मनगरी में रही रौनक

चैत्र नवरात्र दुर्गा अष्टमी पर धर्मनगरी में रही रौनक।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
चैत्र नवरात्रों पर लोगों ने घरों में बेटियों को आमंत्रित कर किया कन्या पूजन और दिए उपहार।
कुरुक्षेत्र, 5 अप्रैल : धर्मनगरी कुरुक्षेत्र में चैत्र नवरात्र दुर्गा अष्टमी पर कन्या पूजन को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिला। हर बार की तरह बेटियों की संख्या की कमी को देखते हुए नवरात्रों पर दुर्गा अष्टमी के दिन कुरुक्षेत्र के विभिन्न गली मौहल्लों तथा कालोनियों में कन्या पूजन के लिए कंजकों को खोजने के लिए लोगों को मेहनत करनी पड़ी। नवरात्र दुर्गाष्टमी पर अधिकतर मां के भक्तों ने विधिपूर्वक कंजक पूजन करके अपना व्रत संपूर्ण किया, वहीं मंदिरों में देर शाम तक मां अंबे की स्तुति गूंजती रही। विभिन्न मौहल्लों तथा कालोनियों में बेटियों को कंजक बैठने का सिलसिला दोपहर तक चलता रहा। ऐसे में कंजकें बैठने के लिए लोगों को इंतजार भी करना पड़ा। लायलपुर बस्ती, मोहन नगर, विशिष्ट कालोनी, अर्बन एस्टेट के सैक्टरों में सुबह से ही काफी श्रद्धालु आस-पड़ोस में जिस घर में बेटी है उनको घर आमंत्रित कर हलवा, पूरी, छोले का प्रसाद के साथ गिफ्ट भी देकर कंजक बैठाते नजर आए। सुनीता कोचर, नेहा अरोड़ा, मन्नत, कमलेश व सोनिया इत्यादि ने बताया कि साल में दो बार नवरात्र आते हैं। नवरात्र में माता के भक्त मनोकामना पूर्ति के लिए व्रत रखते हैं। अष्टमी के दिन व्रत पूरे होने पर माता की कढ़ाई लगाई जाती है। इसमें हलवा, पूरी, छोले का प्रसाद कंजकों को घर बुलाकर प्रसाद दिया जाता है। कंजकों को घर बुलाकर प्रसाद और उपहार दिया। कई श्रद्धालुओं ने तो झुग्गी, झोपड़ी में रहने वाले परिवारों को कंजक वितरित की। कंजकों को बहुत से लोगों ने मंदिरों में भी मां का श्रृंगार, चुन्नी और चूड़ियां इत्यादि मां दुर्गा की मूर्ति को ही भेंट कर दी।
दुर्गा अष्टमी पर कंजक बैठने के उपरांत कन्याओं के साथ।