गड्ढे में तब्दील हुआ कोर्ट स्टेशन सड़क आवागमन में परेशानी ।
अररिया ।
जहां केंद्र व राज्य सरकार के माध्यम से पक्की सड़कों का जाल बिछाकर एक गांव को दूसरे गांव से जोड़ने को लेकर सार्थक कदम उठाया गया है। वहीं जिला मुख्यालय स्थित चांदनी चौक से कोर्ट स्टेशन जाने वाली सड़क वर्षों से जर्जर व गड्ढे में तब्दील सड़क अपनी बदनसीबी पर आंसू बहाने को विवश है। मिली जानकारी अनुसार वर्षों से जर्जर व गड्ढे में तब्दील सड़क से जिला कृषि कार्यालय , प्रखंड कार्यालय व अंचल कार्यालय सहित कोर्ट रेलवे स्टेशन के होने से जिले भर के लोगों का आवागमन 24 घंटा लगा रहता है और गड्ढे में तब्दील सड़क से आवागमन करने के दौरान वाहन चालकों को वाहन के पलटने का भय लगा रहता है। जबकि सड़क के पक्कीकरण कराने को लेकर कई संगठन के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन भी किया गया । यहां तक की सड़क को बनाने को सांसद विधायक से लेकर जिप अध्यक्ष को भी सड़क को बनाने को लेकर आवेदन देकर अवगत कराया गया । लेकिन किसी ने भी इस सड़क को बनाने को लेकर ठोस पहल तक नहीं की । हालांकि बरसात का मौसम होने को लेकर थोड़ी सी बारिश होने पर गड्ढे नुमा सड़क पर जल जमाव की स्थिति बनी रहने से वाहन चलाने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इधर वाहन चालकों ने जिला प्रशासन से सड़क बनाने की मांग की है। बता दें कि चांदनी चौक से मात्र दो किलोमीटर की दूरी पर अररिया कोर्ट रेलवे स्टेशन है। इतना ही नही उक्त सड़क के दोनो किनारे पर गिनती से 18 सरकारी कार्यालय यथा जिला कृषि विभाग,प्रखंड कृषि विभाग,प्रखंड स्तरीय सुवास्थ्य केंद्र,अनाज गोदाम, एफसीआई, खनन विभाग, बालू केंद्र,कई प्लाई वुड फैक्ट्री,अंचल कार्यालय,प्रखंड कार्यालय,डीआरसीसी,बीआरसी,पंचायत भवन,प्रयास केंद्र, सीडीपीओ कार्यालय,बुनियाद केंद्र,सिंचाई विभाग,कृषि विज्ञान केंद्र,सिंचाई विभाग,मिट्टी जांच केंद्र सहित अनेकों सरकारी कार्यालय मौजूद हैं,फिर भी दो किलो मीटर की दूरी तय करने में 45 मिनट लग जाता है। आश्चर्य की बात है। सड़क पर गड्ढा है या गड्ढा पर सड़क कुछ पता ही नहीं चलता है। राहगीर कड़ी मशक्कत झेल कर आवागमन करने पर विवश है। उक्त सड़क को लेकर न कोई सुनने वाला और न ही कोई देखने वाला है l थोड़ी सी ही बारिश होने पर सड़कों पर कीचड़ सना हुआ देखने को मिलता है। बहर हाल उक्त सड़क का जल्द से जल्द पक्की निर्माण कार्य शुरू किया जाए। ताकि आने जाने वालों खासकर राहगीरों को कोई दिक्कत ना हो।