देहरादून: उत्तराखंड की विरासत और परंपरा को बताएगी किताब, पूर्व सीएम

देहरादून: उत्तराखंड की विरासत और परंपरा को बताएगी किताब, पूर्व सीएम
सागर मलिक
हल्द्वानी। नैनीताल रोड स्थित सौरभ होटल में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पूर्व सीएम हरीश रावत की किताब ‘उत्तराखंडियत मेरा जीवन लक्ष्य ’ का विमोचन शनिवार शाम किया गया। विमोचन से पहले कारगिल बलिदानी की मां और पूर्व सैनिकों का भी सम्मान किया गया।
कार्यक्रम में पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि उनकी यह किताब उत्तराखंड की लोक कला, त्योहार, खानपान, इतिहास, विशेषता को अपने अंदर समेटे हुए है। किताब में मां का प्यार दुलार है तो हेडमास्टर साहब की पढ़ाई को लेकर सख्ती भी। युवाओं के लिए यह किताब उत्तराखंड को जानने में मील का पत्थर है। नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने उत्तराखंड की ऐतिहासिकता बताई। पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल ने अल्मोड़ा के गांवों तक विकास को लेकर कांग्रेस के संकल्प को बताया। वरिष्ठ पत्रकार अपूर्व जोशी ने भी विचार रखे। अध्यक्षता करते हुए विधायक सुमित हृदयेश ने कहा कि यह गौरव का क्षण है, जब उत्तराखंड का मूल इस किताब में पढ़ने को मिलेगा।
प्रदेश अध्यक्ष का तंज, अधिकारियों पर नकेल कसते तो सरकार रहती
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कांग्रेस की सरकार के समय अधिकारियों पर नियंत्रण न होने से सरकार जाने की कहानी बयां की। कहा कि अफसरों पर नियंत्रण नहीं रखा गया। उदाहरण दिया कि बिगड़े घोड़े पर नियंत्रण नहीं रखेंगे तो वह मनमानी तो करेंगे ही। यदि हम हारे तो इसका प्रमुख कारण समय से जिलों का गठन न होना और समय से प्रदेश की राजधानी का चयन न होना भी है। केदारनाथ का विकास कांग्रेस ने किया और जिस गुफा में कृष्णामाई ने 17 साल तप किया, उस गुफा को आज मोदी गुफा नाम दे दिया गया उन्होंने उत्तराखंड के विकास को लेकर एक स्पष्ट सोच रखने की बात कही। कहा कि उत्तराखंड केंद्र शासित रहता तो ज्यादा विकास होता।
पूर्व सैनिक और बलिदानी की मां भी सम्मानित
कार्यक्रम में कारगिल बलिदानी की मां हीरा देवी, सूबेदार सुरेश सिंह बसेड़ा, नायब सूबेदार राजेंद्र सिंह फर्त्याल, नायब सूबेदार गणेश खुलारा, हेड कांस्टेबल राजपाल, हवलदार भगवान सिंह मेहरा, सूबेदार मेजर कुंदन सिंह मेहता, हवलदार भीम सिंह कोरंगा, सूबेदार उम्मेद सिंह मेहता, हवलदार घनानंद शर्मा, नायक आनंद राम, दीवान सिंह बसेड़ा, सूबेदार वीएस भूपेंद्र सिंह, कैप्टन प्रेम सिंह कोरंगा, कैप्टन बलवंत सिंह कोरंगा, नायक मंगल सिंह दानू, सूबेदार गोपाल सिंह रावत, सुरेश सोढ़ा को सम्मानित किया गया,