विवेक जायसवाल की रिपोर्ट बुढ़नपुर आजमगढ़ सादगी पसंद जिंदगी पसंद करते थे पूर्व मंत्री विभूति प्रसाद निषाद ।प्रदेश सरकार में मंत्री रहते हुए भी झोपड़ी में ही काटा पूरा जीवन ।अंतिम समय में राजकीय सम्मान ना मिलने से परिवार के लोग दुखी । बता दें कि बसपा सरकार में मंत्री रहे विभूति प्रसाद निषाद का जन्म 1958 में रामपुर खास (अतरौलिया) में हुआ था। इनके पिता बुंनेल निषाद एक कृषक थे,तो माता सुखराजी एक गृहणी ।यह तीन भाइयों में सबसे छोटे थे, इनके बड़े भाई पारसनाथ निषाद कृषक है तथा सबसे छोटे भाई राम सांवले निषाद इंटर कालेज में प्रवक्ता के पद पर हैं। अत्यंत गरीब परिवार में जन्मे विभूति प्रसाद निषाद की पढ़ाई की जिम्मेदारी बड़े भाई पारसनाथ निषाद के कंधे पर थी। इनकी प्रारंभिक शिक्षा भगतपुर ,हाई स्कूल पटेल इंटर कॉलेज अतरौलिया तथा इंटरमीडिएट व स्नातक की परीक्षा उद्योग विद्यालय कोयलसा से हुई थी। इसके बाद एलएलबी की परीक्षा लखनऊ विश्वविद्यालय से पास किया ।अत्यंत गरीब परिवार से होते हुए भी गरीबों के साथ हो रहे भेदभाव और उनकी दीन दशा को देखते हुए लोगों से प्रेरित होकर पहली बार 1992 में जनता दल से अतरौलिया विधानसभा से चुनाव लड़े जिसमें लगभग 20 हजार वोट इन्हें मिले ।जनता के सहयोग से दूसरी बार 1996 में अतरौलिया विधानसभा से बहुजन समाज पार्टी से चुनाव लड़े और विजय प्राप्त की । एक कद्दावर नेता को हराने के बाद बहुजन समाज पार्टी की सरकार में इन्हें इलेक्ट्रॉनिक मंत्री बनाया गया।मंत्री पद पर रहते हुए भी सादगी पसंद जीवन जीना पसंद करते थे। शुरू से ही एक झोपड़ी में रहना पसंद करते थे और जीवन के अंतिम समय तक उसी झोपड़ी में ही अपना जीवन व्यतीत किया ।एक साल पहले यह गंभीर बीमारी से पीड़ित हो गए, जिनका 63 वर्ष की उम्र में 11/ 6/ 2021 को निधन हो गया।इतना ही नहीं मंत्री के मरने के बाद भी प्रोटोकॉल के अनुसार कोई राजकीय सम्मान ना मिला जिसकी वजह से परिवार के लोग काफी दुखी हैं वही ग्रामीणों में भारी आक्रोश है। इनकी शादी 21 वर्ष की उम्र में 1978 में शांति देवी से हुई थी ।इन्होंने अपने पीछे दो पुत्र तथा दो पुत्रियों को छोड़ दिया ।सबसे बड़े गुलाबचंद 37 वर्ष लखनऊ में प्राइवेट जॉब करते हैं ।पुत्री नीलम तथा रेनू तैयारी करते हैं। दूसरा बेटा अखिलेश बीटेक की तैयारी लखनऊ से कर रहे हैं। विभूति प्रसाद निषाद अपने राजनीतिक कैरियर के दौरान मंत्री पद पर रहते हुए ग्राम सभा रामपुर में जूनियर हाई स्कूल की नींव रखी जिसमें आज आसपास के सभी बच्चे शिक्षा ग्रहण करते हैं। वही ग्राम सभा में कई सड़कों का निर्माण भी कराया। पिता विभूति प्रसाद निषाद की विरासत को आगे बढ़ाने के लिए उनके छोटे पुत्र अखिलेश निषाद संभालेंगे राजनीति की विरासत। वी वी न्यूज़ तहसील संवाददाता विवेक जायसवाल की रिपोर्ट, खबरों के लिए संपर्क करें मोबाइल नंबर 9452717909
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Tue Jun 15 , 2021