जग ज्योति दरबार में महंत राजेंद्र पुरी साथ श्रद्धालुओं ने भी देश की सुरक्षा एवं शांति के लिए पूजन किया

जग ज्योति दरबार में महंत राजेंद्र पुरी साथ श्रद्धालुओं ने भी देश की सुरक्षा एवं शांति के लिए पूजन किया
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक
संत महापुरुष हमेशा राष्ट्र का कल्याण एवं सुरक्षा चाहते हैं : महंत राजेंद्र पुरी।
कुरुक्षेत्र, 10 मई : धर्मनगरी के जग ज्योति दरबार में महंत राजेंद्र पुरी गर्मी में भी भगवान की भक्ति में लीन होकर आग के ढेरों के बीच पंच धूणी अग्नि तपस्या कर रहे हैं। तपस्या के 10वें दिन भी शनिवार को कठोर अग्नि तपस्या में लीन महंत राजेंद्र पुरी के दर्शनों एवं पूजन के लिए जग ज्योति दरबार में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचे। महंत राजेंद्र पुरी गुरु गद्दी प्रेरणा से पिछले करीब दो दशकों से हर वर्ष भीषण गर्मी में अग्नि तपस्या कर रहे हैं। महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि सच्चे संत महापुरुष हमेशा राष्ट्र का कल्याण एवं देश की सुरक्षा चाहते हैं। उनकी तपस्या एवं पूजन हमेशा समाज व मानव कल्याण को समर्पित होता है। वे जब भी तपस्या करते हैं उनका केवल लक्ष्य होता है कि जनकल्याण हो एवं विश्व में शांति स्थापित हो। उन्होंने भारत में ही नहीं बल्कि विश्व भर में सनातन धर्म के प्रचार का भी अभियान चलाया है। आज हर भारतीय को अपने राष्ट्र की मजबूती के लिए केवल सनातन के मार्ग पर चलना होगा। महंत राजेंद्र पुरी ने बताया कि मानव कल्याण, जीव रक्षा, सनातन संस्कृति को सतत जारी रखने, विश्व ने बढ़ते ताप को कम करने के लिए व पूरे विश्व में शांति की स्थापना इसी उद्देश्य से पंच धूणा तपस्या कर रहे हैं। इस गर्मी में श्रद्धालुओं की आस्था देखकर तपस्या करने वाले को भी शक्ति मिलती है। उन्होंने कहा कि उनकी भक्ति केवल देश प्रेम एवं राष्ट्र कल्याण को समर्पित है। इस अवसर पर रानी, सतविंदर, शमशेर सिंह, आशु, सुखविंदर सिंह, गुरविंदर सिंह, गुरचरण, राहुल, गुरप्रीत सिंह, ज्ञान सिंह, सत्या, गुरमीत कौर, मीणा, संजय, प्रवीण, संदीप, सुरेंद्र सिंह, गुरजिंदर सिंह, राज कुमार, संजीव, ममता, मोहित, कुलवंत कौर, सुमन, अजय राठी एवं विजय राठी मौजूद रहे।
अग्नि तपस्या करते हुए महंत राजेंद्र पुरी।