नशा मुक्त युवा फाॅर विकसित भारत अभियान के तहत किया जागरूक

नशा मुक्त युवा फाॅर विकसित भारत अभियान के तहत किया जागरूक
कुरुक्षेत्र, संजीव कुमारी : ब्रह्माकुमारीज विश्व शांति धाम सेवा केंद्र की सेंटर इंचार्ज राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरोज बहन जी की अध्यक्षता में नशा मुक्त युवा फाॅर विकसित भारत” अभियान के तहत जागरूकता सत्र का आयोजन किया गया। माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के 75वें जन्मदिन के उपलक्ष में भारत सरकार द्वारा युवा वर्ग को जागरूक करने के उद्देश्य से” नशा मुक्त युवा फाॅर विकसित भारत” अभियान कार्यक्रम काआयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरोज बहन जी, पब्लिक हेल्थ डिपार्टमेंट के एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अनिल कुमार, डॉ. आर .डी शर्मा के आतिथ्य में दीप प्रज्वलित कर किया। बहन जी ने पटका पहनाकर और ईश्वरीय सौगात देकर स्वागत सम्मानित किया। मंच संचालन करते हुए बी के मधु बहन ने महानुभावों का संक्षिप्त परिचय देते हुए “नशा मुक्त युवा फाॅर विकसित भारत” अभियान का उद्देश्य स्पष्ट किया। उन्होंने बताया कि जिस देश का युवक हर बुराई से दूर होगा, वह देश हमेशा उन्नति के पथ पर अग्रसर होगा । युवा किसी भी राष्ट्र की शक्ति होता है, जिसका समाज और देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान होता है। आज निरंतर नैतिक मूल्यों का पतन हो रहा है-जिसका मुख्य कारण संग दोष और तनाव। ब्रह्माकुमारी संस्था में मेडिटेशन सिखाया जाता है जिससे आनंद व खुशी मिलती है।
विशिष्ट अतिथि महोदय डॉ. आर. डी. शर्मा ने अपने व्यक्तिगत अनुभव साझा करते हुए बताया कि मुझे कॉलेज में ऐसे दोस्तों का संग मिला, जिसके कारण मुझे नशे की आदत हो गई परंतु जब मैं ब्रह्माकुमारीज संस्था के संपर्क में आया और माउंट आबू गया तो मेरे जीवन में महान परिवर्तन आया और मैंने वहीं प्रतिज्ञा की कि मैं अब नशा छोड़ दूंगा। उन्होंने बताया कि खुशी राजयोग और सत्य ज्ञान से आएगी और इसी ज्ञान से मैं हाईएस्ट, रिचेस्ट बन गया।
मुख्य अतिथि एग्जीक्यूटिव इंजीनियर अनिल कुमार ने अपने वक्तव्य में कहा कि बुराई को अच्छाई में बदलना बहुत बड़ा कार्य है। उन्होंने कहा कि बच्चा नशे की तरफ तब जाता है जब उसके परिवार का भी हाथ होता है। परिवार के वातावरण का बच्चों पर बहुत प्रभाव पड़ता है। हमें जो यह मनुष्य जीवन मिला है, इससे ऊंचा जीवन कोई हो नहीं सकता। उन्होंने बताया कि मादक पदार्थों का नशा अस्थाई होता है जबकि परमात्मा की याद का नशा कभी उतर नहीं सकता। देश और समाज के उत्थान के लिए अपने परिवार से शुरुआत करें। नशे से दूर रहे और आसपास के लोगों को भी नशे से दूर रखें।
ब्रह्माकुमारी शैलजा बहन ने अपना शैक्षणिक अनुभव बताते हुए कहा कि हमारा युवा वर्ग सफलता तो चाहता है पर आध्यात्मिकता को नहीं मानता। उन्होंने अपने जीवन की सत्य घटना को वर्णित करते हुए बताया कि कैसे अंशुल बजाज नामक विद्यार्थी को नशे की लत से छुड़ाकर आध्यात्मिक जगत में कदम रखने के लिए प्रेरित किया और आज वह बच्चा दुबई में कार्यरत है और ब्रह्माकुमारी संस्था के संपर्क में भी है।
राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी सरोज बहन जी ने आए हुए सभी महानुभावों का अभिनंदन करते हुए कहा कि आज समाज में कितने प्रकार के नशों से लोग ग्रसित हैं, इसका ज्ञान स्वयं परमपिता परमात्मा ने दिया। आज देह अभिमान का नशा सबसे ज्यादा है। जिसके कारण लोग अनेक पाप कर्म करने लगते हैं। पाप कर्मों के कारण तनाव में आ जाते हैं और गलत संगति कर बैठते हैं। सरकार भी युवा वर्ग को जागरूक करने के लिये प्रयत्नशील है। उन्होंने बताया कि जब हम परमात्मा को प्यार करते हैं तो देह का नशा समाप्त हो जाता है और परमात्मा के प्रेम और आनंद का नशा चढ़ जाता है। जो भी हम कार्य करते हैं उसमें त्याग,तपस्या चाहिए। जब सेवा भाव होता है तो त्याग स्वयं हो जाता है। अंत में उन्होंने युवा वर्ग को जागरूक करते हुए कहा कि यह समय आपका भविष्य संवारने का है। नशा करने से आपका भविष्य अंधकार में चला जाएगा। स्व परिवर्तन से ही विश्व परिवर्तन होगा। कार्यक्रम के समापन पर प्रतिज्ञा दिलवाकर सभी को दृढ़ संकल्पित किया। इस अवसर पर पार्थ, अजय,कनिष्क, एंजेल, अभिषेक, राजकुमार, सुनील, मुकेश, जगदीश, रघुवीर, राजेश, करण, कृष्ण, नरेश, सुरजीत, रोशन लाल, हरबंस, सतीश, रणधीर, भगत राम,पूजा, रुचि,तन्वी, गोरी, अनु, निशा, हीरा,हर्ष,शैलजा, निर्मल, निर्मला, संतोष, सुनीता, अंजू,राजकुमारी,सुदेश, नरेश, गिरजा आदि अनेक युवा शक्ति के साथ बीके बहन- भाई भी उपस्थित रहे। कार्यक्रम के समापन पर सभी ने ईश्वरीय प्रसाद पाकर स्वयं को धन्य अनुभव किया।