मुस्लिम मतदाताओं के ध्रुवीकरण से एनडीए और महागठबंधन के प्रत्याशी को कड़ा टक्कर दे रहे हैं फतेह बहादुर सिंह

मुस्लिम मतदाताओं के ध्रुवीकरण से एनडीए और महागठबंधन के प्रत्याशी को कड़ा टक्कर दे रहे हैं फतेह बहादुर सिंह
चंद्रशेखर रावण और आवसरूद्दीन ओवैसी की पार्टी ने डेहरी में बदल दिया चुनावी समीकरण

अजय कुमार
रोहतास (बिहार) सीमांचल के बाद शाहाबाद और मगध के क्षेत्र में भी मुस्लिम मतदाताओं को गोलबंद करने में पीडीए गठबंधन जुट गया है। आजाद समाज पार्टी सुप्रीमो चंद्रशेखर आजाद रावण और एआइएमआइएम सुप्रीमो अवशदुद्दीन ओवैसी की पार्टी द्वारा बिहार के 100 सीटों पर संयुक्त प्रत्याशी उतरा गया है। सीमांचल के क्षेत्र में जहां मुस्लिम मतदाताओं पर पूर्व से ही ओवैसी की पकड रही है वही मगध और शाहाबाद के क्षेत्र में भी उनकी पकड़ मजबूत होते दिख रही है। 11 नवंबर को बिहार मे दूसरे चरण का मतदान होना है। रोहतास जिले के डेहरी विधानसभा सीट पर सब की निगाहें टिकी हुई है। इस सीट पर आजाद समाज पार्टी ने और एआइएमआइएम ने संयुक्त रूप से निवर्तमान विधायक फते बहादुर सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। फते बहादुर सिंह एनडीए और महागठबंधन दोनों उम्मीदवारों को कड़ी टक्कर दे रहे हैं। फते बहादुर सिंह के साथ कुशवाहा वोटर और दलित महादलित वोटरों के साथ मुस्लिम मतदाता भी गोलबंद हो गए हैं। जिसके कारण डेहरी विधानसभा का ध्रुवीकरण अब नया इतिहास रचने की तैयारी में है। मुस्लिम समाज की महिलाएं भी मतदान में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं और अपने अधिकार मांग रही हैं। मुस्लिम समाजसेवी नुसरत खातून सकीना खातून रेशमा परवीन ने बताया कि आजादी के बाद 78 वर्षों से मुस्लिम वर्ग को केवल वोट बैंक के रूप में इस्तेमाल किया गया है । भारत की आजादी की लड़ाई हमारे पूर्वजों ने भी लड़ी है और आज भी हम भारत की एकता और अखंडता के लिए अपनी कुर्बानी देने को तत्पर है परंतु यहां की कुछ राजनीतिक दलें नफरत घोलकर सत्ता प्राप्त करते आ रही हैं। अब हम लोग नफरत के सहारे सत्ता प्राप्त करने की लालसा रखने वाले को सत्ता से बेदखल करेंगे। हमें भी अपना अधिकार और राजनीतिक हिस्सेदारी प्राप्त करने का समय आ गया है । मुस्लिम समाज बिना किसी भेदभाव के डेहरी विधानसभा क्षेत्र में फते बहादुर सिंह के पक्ष में मतदान कर रहा है। फते बहादुर सिंह सर्व समाज के नेता हैं तथा सभी के बातों को सदन में रखने का कार्य किया है।




