सहारा कॉम्प्रिहेंसिव विद्यालय में धूमधाम के साथ मनाया गया दशहरा उत्सव

कुरुक्षेत्र, वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक : सहारा कॉम्प्रिहेंसिव विद्यालय में आज बुधवार को दशहरा उत्सव बड़े ही उत्साह, भव्यता और सांस्कृतिक समर्पण के साथ मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत स्वागत संदेश और रामायण की चौपाइयों के पाठ से हुई जिसने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक और सांस्कृतिक बना दिया।
इसके बाद छात्रों ने रामायण के प्रमुख प्रसंगों का रंगमंचीय प्रस्तुतीकरण किया। विशेष रूप से रावण दहन का नाटकीय प्रदर्शन दर्शकों के लिए अत्यंत मनोरंजक और प्रेरणादायक रहा। छात्रों की अभिनय क्षमता, मंच संचालन और टीमवर्क ने कार्यक्रम को और भी जीवंत बना दिया। इस अवसर पर निदेशक (अकादमिक) श्री बी.के. चावला ने अपने प्रेरक वक्तव्य में कहा कि दशहरा केवल बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक नहीं है बल्कि यह हमें जीवन में साहस, अनुशासन, धैर्य और नैतिक मूल्यों को अपनाने की सीख देता है। उन्होंने सभी छात्रों को अपने कर्म और ज्ञान से समाज में सकारात्मक योगदान देने की प्रेरणा दी।इसी श्रृंखला में मैनेजिंग कमेटी से श्री विक्रांत अग्रवाल ने अपने संबोधन में सांस्कृतिक विरासत की महत्ता को रेखांकित करते हुए बताया कि महाकाव्य और पुरातन ग्रंथ केवल कथाएँ नहीं हैं बल्कि वे जीवन के मूल्यों, आदर्शों और नैतिक शिक्षाओं का मार्गदर्शन करते हैं। उन्होंने छात्रों को आत्म- संयम, ईमानदारी और समाज में नैतिक ज़िम्मेदारी निभाने के महत्त्व पर प्रकाश डाला।कार्यक्रम का समापन धन्यवाद प्रस्ताव के साथ हुआ जिसमें छात्रों, शिक्षकों और सहयोगी स्टाफ के अथक प्रयासों की सराहना की गई। इस उत्सव ने विद्यालय की उस प्रतिबद्धता को स्पष्ट रूप से प्रदर्शित किया जो छात्रों में सांस्कृतिक जागरूकता, रचनात्मकता और सामाजिक मूल्यों को बढ़ावा देती है। सहारा कॉम्प्रिहेंसिव विद्यालय इस पावन अवसर पर सम्पूर्ण समुदाय को हार्दिक शुभकामनाएँ देता है और सभी के जीवन में खुशियाँ, समृद्धि और नैतिक शक्ति की कामना करता है।इस दौरान विद्यालय प्रशासन से अन्य गणमान्य जन उपस्थित रहे।