गीता महोत्सव में शैक्षणिक भ्रमण सराहनीय पहल : सुभाष सुधा

धर्मनगरी पहुंचा सोनीपत व करनाल के 600 विद्यार्थियों का दल
पूर्व मंत्री सुभाष सुधा की अगुआई में पारम्परिक तरीके से हुआ स्वागत।
कुरुक्षेत्र, संजीव कुमारी 16 नवंबर : अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के अंतर्गत इस वर्ष एक नया कार्यक्रम जोड़ा गया है जिसमें हरियाणा राज्य के प्रत्येक जिले से कक्षा 9 से 12 के 300 विद्यार्थियों को शैक्षणिक भ्रमण करवाया जा रहा है। रविवार को सोनीपत व करनाल के 600 विद्यार्थियों का दल धर्मनगरी पहुंचा। पूर्व मंत्री सुभाष सुधा की अगुवाई में जिला शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक, समग्र शिक्षा की जिला परियोजना समन्वयक इंदु कौशिक सहित विभागीय अधिकारियों ने पारम्परिक तरीके के भ्रमण दल का अभिनन्दन किया। पूर्व मंत्री स्वयं विद्यार्थियों के साथ विज्ञान पैनोरमा का भ्रमण भी किया।
पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि पिछले दस वर्षों से गीता जयंती को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के रूप में मनाया जा रहा है, जिसमें दुनियाभर के लोग भाग लेते हैं। ऐसे में प्रदेश भर के विद्यार्थियों के महोत्सव से दौरान शैक्षणिक भ्रमण के रूप में शिक्षा विभाग ने एक सराहनीय पहल की है। इससे विद्यार्थियों का न केवल शैक्षिक व बौद्धिक विकास होगा बल्कि देश की विराट आध्यात्मिक व सांस्कृतिक विरासत से रूबरू होने का अवसर मिलेगा। उन्होंने विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं तथा अधिकारियों को छात्र-छात्राओं की सुविधाओं का समुचित प्रबन्ध करने के निर्देश दिए।
जिला शिक्षा अधिकारी विनोद कौशिक ने बताया कि इस कार्यक्रम में प्रत्येक जिले से कक्षा 9 से 12 के 138 छात्रों तथा 138 छात्राओं को शामिल किया जाना है। सुरक्षा इत्यादि की समुचित व्यवस्था के मद्देनजर प्रत्येक जिले से 10 महिला तथा 10 पुरुष अध्यापकों सहित कुल 298 कार्यक्रम में शामिल होंगी। इस शैक्षणिक भ्रमण के लिए ठहरने, भोजन, जलपान, स्थानीय भ्रमण, संग्रहालय की टिकट आदि के लिए अनेक टीमों का गठन किया गया है।
समग्र शिक्षा की जिला परियोजना समन्वयक इंदु कौशिक ने बताया कि शैक्षिक भ्रमण के दौरान विद्यार्थी बह्मसरोवर, ज्योतिसर के अतिरिक्त कुरूक्षेत्र के अन्य पर्यटन स्थल,श्री कृष्णा म्यूजियम, पनोरामा, हरियाणा धरोहर, शेख चिल्ली मकबरा, हर्ष का टीला, कल्पना चावला, प्लेनीटोरियम, पिपली चिडिय़ाघर आदि शामिल हैं। इसके साथ-साथ इस अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में क्राफ्ट मेला, पुरूषोतम बाग की आरती, पुस्तक मेला, विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, ग्लोबल गीता मन्त्रोचारण दिपोत्सव आदि भी शामिल हैं।




