भाव व्यक्त करना एक अच्छे वक्ता की पहचानः प्रो. सोमनाथ।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 9416191877
केयू में रोस्ट्रम प्रतियोगिता – वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित।
कुरुक्षेत्र, 26 अप्रैल : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए प्रतिबद्ध है तथा भाषण कला को बढ़ावा दने के लिए रोस्ट्रम जैसी प्रतियोगिताओं का आयोजन भविष्य में और भी बड़े स्तर पर करने की योजना है। यह विचार कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने बुधवार को रोस्ट्रम के विजेता विद्यार्थियों को पुरस्कार वितरित करते हुए अभिव्यक्त किए। इससे पहले सरस्वती पूजन, दीप प्रज्ज्वलन एवं कुलगीत के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। कुलपति ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में भी मुख्य रूप से युवाओं के सर्वांगीण विकास, मूल्य परक शिक्षा, स्किल डेवलपमेंट, रोजगार परक शिक्षा, आचरण में नैतिक गुणों को आत्मसात कर उनके सशक्त चरित्र-निर्माण के लिए एक सतत् प्रयास है। इसी के मद्देनजर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय अपने विद्यार्थियों के हितों के लिए संकल्पबद्ध है।
कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा ने कहा कि संवाद कला जितनी बारीकी से सीखनी पड़ती है उसी बारीकी से किसी भी विषय पर विस्तारपूर्वक जानकारी का अध्ययन करना पड़ता हैँ। भाषा की जानकारी के साथ-साथ अपने संवाद में संवेदनाएं व भाव भी व्यक्त करना एक अच्छे वक्ता की पहचान है। उन्होंने भाषण कला का विद्यार्थियों के जीवन में महत्व विद्यार्थियों के साथ सांझा करते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा ने भी विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन करते हुए उन्हें बधाई दी। इसके पूर्व अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. शुचिस्मिता ने अतिथियों का स्वागत किया तथा स्वागत चिन्ह के रूप में पौधें भेंट किए। प्रो. शुचिस्मिता ने कहा कि रोस्ट्रम एक भाषण प्रतियोगिता है जो तीन स्तर पर आयोजित की जाती है तथा कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सभी विभागों के विद्यार्थी इसमें भाग लेते हैं। इस वर्ष अलग-अलग स्तर पर 256 विजेताओं में 2 लाख 60 हजार 900 रूपये की धनराशि वितरित की गई। इस प्रतियोगिता के आयोजन में भी विद्यार्थियों की अहम् भूमिका रहती है। रोस्ट्रम 2022 के संयोजक प्रो. ओमवीर सिंह ने कार्यक्रम की रिपोर्ट में बताया कि पहले राउंड में 44 विभागों के 2471 विद्यार्थियों ने कार्यक्रम में भाग लिया और 451 विद्यार्थियों ने भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया जिसमें से 123 को पुरस्कार मिला। दूसरे राउंड में 81 वक्ता थे जिनमे से 26 विद्यार्थी विजेता हुए। इस तरह ओवरआल तीनों राउंड में 2811 विद्यार्थियों ने प्रतिभागिता की और 558 ने भाषण दिया। सह-संयोजिका डॉ. अर्चना चौधरी ने धन्यवाद प्रस्ताव दिया।
इस मौके पर फाइनल राउंड के विजेताओं में से दो विजेताओं रिचा त्यागी ने अमृतकाल तथा जयश्री ने गीता के विषय पर अपने भाषण की प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर मंच संचालन विधि विभाग की अनुराधा ने किया। इस मौके पर कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो. शुचिस्मिता, प्रो. एसके चहल, प्रो. ब्रजेश साहनी, प्रो. ओमवीर सिंह, प्रो. फकीर चंद, प्रो. नीरा राघव, प्रो. हरदीप जोशी, प्रो. अनुरेखा शर्मा, प्रो. सुमन ढांडा, प्रो. सुनीता दलाल, प्रो. अनिता भटनागर, डॉ. जितेन्द्र भारद्वाज, डॉ. नीरज बातिश, डॉ. सलोनी दीवान, डॉ. अर्चना चौधरी सहित गणमान्य लोग मौजूद थे। कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगीत के साथ हुआ।