वृक्षों के बिना मनुष्य का जीवन असंभव : महंत विशाल दास

वृक्षों के बिना मनुष्य का जीवन असंभव : महंत विशाल दास
खेड़ी मारकंडा के श्री तिरुपति बाला जी मंदिर से पौधारोपण आरंभ, लगाए 40 फलदार एवं छायादार पौधे।
कुरुक्षेत्र, प्रमोद कौशिक 3 अगस्त : सोशल ऑर्गेनाइजेशन गुदगुदी जंक्शन समूह द्वारा रविवार को खेड़ी मारकंडा के श्री तिरुपति बाला जी मंदिर से पांच दिवसीय पौधारोपण अभियान आरंभ किया गया। जानकारी देते हुए सचिव सुनील अंगीरस ने बताया कि श्री राष्ट्रीय संत सुरक्षा परिषद्, (उत्तर भारत) के उपाध्यक्ष एवं ठाकुरद्वारा प्राचीन श्री नाभिकमल मंदिर के महंत विशाल दास महाराज के सान्निध्य में पांच दिवसीय पौधारोपण अभियान शुरू किया गया जोकि गुरुवार,7 अगस्त तक प्रतिदिन कुरूक्षेत्र- थानेसर के विभिन्न सार्वजनिक स्थानों पर सुबह 7 से 10 बजे (लगातार 3 घंटे) चलेगा। इस अभियान में 200 पौधे लगाने का लक्ष्य रखा गया है जिसमें प्रतिदिन 40 पौधे रोपित किए जाएंगे साथ ही पर्यावरण को संरक्षित करते हुए लोगों को पौधे गिफ्ट किए जाएंगे। इससे पूर्व मंदिर के महंत स्वामी जनार्दन दास ने विशाल दास महाराज, साध्वी शशी चतुर्वेदी, नगर पार्षद एवं जिला कष्ट निवारण समिति के सदस्य के सी रंगा, गुदगुदी समूह अध्यक्ष चंद्रमौलि गौड़, पौधारोपण अभियान के संयुक्त प्रभारी श्याम जुनेजा, सूबेदार रविन्द्र कौशिक, बलजीत चावला,पुनीत गर्ग और राकेश कंसल आदि पदाधिकारियों से तिरुपति बाला जी महाराज की पूजा अर्चना और शिव पूजन सम्पन्न कराया। तत्पश्चात मंत्रोच्चारण के साथ पौधारोपण आरम्भ हुआ। महंत विशाल दास ने कहा कि वृक्ष सूर्य,वर्षा और हवा के प्रभावों को कम करके जलवायु को नियंत्रित करते हैं। वृक्षों की पत्तियाँ सूर्य की विकिरण ऊर्जा को अवशोषित और फ़िल्टर करती हैं, जिससे गर्मियों में मौसम ठंडा रहता है। वृक्ष कठोर हवा से सुरक्षा प्रदान करके गर्मी को भी नियंत्रित करते हैं। पेड़-पौधों से हमें ऑक्सीजन की प्राप्ति होती है, जो हमें जीवित रखने के लिए बहुत आवश्यक है। सच तो यह है कि वृक्ष मनुष्य के मित्र हैं जिनके बिना जीवन असंभव है। पौधारोपण अभियान के संयुक्त प्रभारी श्याम जुनेजा ने बताया कि आज पौधारोपण अभियान में तिरुपति बाला जी मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र में बेलपत्र,नीम,जामुन,आम,पीपल,बरगद,गुलमोहर,अमरूद, मौलसरी, गुड़हल और अनार आदि की पौध लगाई। साथ ही अलग अलग किस्म के गुलाब के फूलों की भी कलमें रोपित की गई।पौधारोपण के दूसरे चरण में पौधों को संरक्षित करने के लिए ट्री गार्ड आदि लगाकर पौधों की देखभाल की जाएगी।