मॉर्निंग वॉक के समय मिल जाती हैं अवैध ट्रैक्टर-ट्राली मिट्टी के साथ उड़ातीं धूल, प्रशासन क्यों मौन
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : सीबीगंज थाना क्षेत्र व तहसील सदर के गांव सनैया रानी मेवा कुवंर में अवैध मिट्टी और बालू के खनन का अड्डा बनता जा रहा है ऐसा इसलिए है क्योंकि जब लोग सुबह सवेरे मॉर्निंग वॉक के लिए निकलते हैं तो ये मिट्टी से लदे हुए ट्रैक्टर – ट्रॉली खनन माफियाओं द्वारा धड़ल्ले से धूल उड़ाते हुए दौड़ते देखें जा सकते हैं । तथा अब तो सुबह 4 बजे से लेकर देर शाम तक बगैर किसी खौफ के खेती की उपजाऊ भूमि से मिट्टी खनन करने पर लग जाते हैं, यह नजारा रोजाना देखा जा सकता है। बगैर नंबर प्लेट इन ट्रैक्टर ट्रालियों का धंधा रुकने का नाम ही नहीं ले रहा और न ही खनन माफियाओं के हौसले पस्त होने का नाम ले रहे। वहीं खनन अधिकारी द्वारा धर पकड़ का उन पर कोई असर नहीं पड़ रहा है। तथा शायद उन्हे स्थानीय पुलिस का पूरा संरक्षण प्राप्त है, इसलिए ऐसा हो रहा है। क्योंकि थाने के सामने से होकर गुजरने वाली अवैध मिट्टी और बालू की टैक्टर ट्रालियों को पुलिस देख ही नहीं पाती, या कहें देख कर अनदेखा कर देती है तो गलत नहीं होगा। थाने के सामने लोहिया विहार कॉलोनी में कई मकान बन रहे हैं जिन पर ये अवैध ट्रेक्टर ट्राली वाले मिट्टी का भरान कर रहे हैं बिसीयों ट्राली रोज आती हैं, लेकिन एक को भी रोक कर पुलिस पूछताछ तक नही करती। बताया जाता है कि स्लीपर रोड के पास लेबर कॉलोनी पर कुछ मकान बन रहे हैं जहां पर इन अवैध ट्रैक्टर ट्रालियों द्वारा मिट्टी का भरान किया जा रहा है। इस मामले पर स्थानीय पुलिस मूक दर्शक बनी हुई है और यह ट्रैक्टर ट्राली वाले प्रशासन को लाखों का चूना राजस्व के रूप में लगा रहे हैं। इन अवैध ट्रैक्टर ट्रॉली के द्वारा आम जनमानस को भी खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। सुबह सवेरे टहलने वाले सुबह स्वच्छ हवा और वातावरण के कारण घर से निकलते हैं और खुले मैदान में एक्सरसाइज वगैरा करते हैं लेकिन यह अवैध ट्रैक्टर ट्राली वाले धूल मिट्टी उडाते हुए वहां से गुजरते हैं जिससे उनकी दिनचर्या सुबह ही खराब हो जाती है इस बार अपने कमरे में इन अवैध ट्रैक्टर ट्रॉली वालों को एक सुबह सवेरे टहलने वाले आम नागरिक ने कैद किया है। अब बस इतना ही रह गया है कि रास्ते में इन ट्रैक्टर ट्रॉली वालों को आम जनमानस रोके और विरोध करें, लेकिन इस पर भी पुलिस तुरंत वहाँ पहुंच जाएगी और समझौते कराने के लिए तत्पर रहेगी इससे आप अंदाजा लगा सकते हैं की इन ट्रैक्टर ट्रॉली वालों पर आखिर किसका संरक्षण है। वहीं हल्का के दरोगा के आगे -आगे अवैध मिट्टी खनन करके ओवर लोड़ करके आगे चल रहा आगे चल रहे थे लेकिन हल्का दरोगा । लेकिन हल्का दरोगा ने उससे पूछताछ करना भी उचित नहीं समझा। वहीं कुछ खनन माफियाओं ने कहा कि खनन विभाग में की बर्षों से एक ही पटल पर जमे बाबुओं की तरह इशारा किया और खान विभाग में में कार्यरत बाबू से रिश्ते दारी का भी हवाला दिया। वहीं कहावत है कि जब-जब संख्या भये कोतवाल तो डर काहे । जिसकी एक वजह यह भी है कि खान विभाग व तहसील सदर प्रशासन भी इन अवैध बालू व मिट्टी खनन माफिया को पकड़ने से कतराता हुआ नजर आता है।