सनातन धर्म में हमेशा सर्वकल्याण की कामना की जाती है : महंत राजेंद्र पुरी।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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सर्वकल्याण की कामना से किया गया तप मंगलकारी होता है : महंत राजेंद्र पुरी।
कुरुक्षेत्र, 30 मई : तीर्थों की संगम स्थली एवं धर्मनगरी के जग ज्योति दरबार में चल रही निरंतर 41 दिवसीय पंच धूणी अग्नि तपस्या में बैठे महंत राजेंद्र पुरी ने देश और प्रदेशवासियों को निर्जला एकादशी की शुभकामनाएं दी।
उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में हर पूजा में सभी के सुख एवं हमेशा सर्वकल्याण की कामना की जाती है। उन्होंने भीषण गर्मी में अग्नि तपस्या पर चर्चा करते हुए कहा कि सर्वकल्याण की कामना से किया गया तप मंगलकारी होता है।
महंत राजेंद्र पुरी ने बताया कि हिंदू धर्म में एकादशी का बहुत महत्व है। ऐसी मान्यता है कि निर्जला एकादशी का व्रत करने से सभी पापों से मुक्ति व मोक्ष प्राप्त होता है। भारतीय संस्कृति एवं संस्कारों में भी निर्जला एकादशी को श्रेष्ठ माना गया है।
राजेंद्र पुरी ने श्रद्धालुओं को आत्म संयम का महत्व भी बताया। श्री हरि विष्णु की पूजा के साथ मां लक्ष्मी और तुलसी की उपासना भी जरूर की जानी चाहिए। गौशाला में गौ सेवा के साथ गरीबों को गर्मी से राहत पाने की चीजों का दान करें। उन्होंने बताया को जग ज्योति दरबार की तरफ से निर्जला एकादशी पर दर्जनों जगह मीठे पानी छबीलें और यथासंभव भंडारे का भक्तजनों द्वारा किया जायेगा।
पंच धूणी अग्नि तपस्या के अवसर पर महंत राजेंद्र पुरी एवं श्रद्धालु।