भारतीय शिक्षण मंडल का परिचय एवं कार्यकर्ता मिलन कार्यक्रम कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में संपन्न

कुरुक्षेत्र संजीव कुमारी 17 दिसम्बर : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के गणपति चंद्रगुप्त हाल, आर्ट्स फैकल्टी में भारतीय शिक्षण मंडल द्वारा परिचय एवं कार्यकर्ता मिलन कार्यक्रम का गरिमामयी आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यार्थियों द्वारा मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों का पारंपरिक भारतीय विधि से स्वागत एवं अभिनंदन किया गया।
इसके पश्चात मंचासीन अतिथियों का विधिवत अतिथि परिचय हिंदी विभाग की प्रो. पुष्पा रानी द्वारा कराया गया, जिसके साथ ही कार्यक्रम की औपचारिक शुरुआतकी गई।
कार्यक्रम में विषय प्रवेश प्रांत उपाध्यक्ष प्रो. तेजेंद्र शर्मा द्वारा किया गया। उन्होंने भारतीय शिक्षण मंडल के उद्देश्यों, कार्यों एवं वैचारिक पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शिक्षा का उद्देश्य केवल ज्ञानार्जन नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण एवं राष्ट्र निर्माण है।
इसके उपरांत मुख्य अतिथि श्री गणपति तेती जी (संगठन मंत्री – हरियाणा, पंजाब एवं दिल्ली प्रांत) ने अपने प्रेरक उद्बोधन में भारतीय गुरुकुल परंपरा, शिक्षा–शिक्षण के भारतीय दृष्टिकोण तथा एक शिक्षक के आदर्श स्वरूप पर विस्तार से विचार रखे। उन्होंने कहा कि शिक्षक समाज का मार्गदर्शक होता है और उसके माध्यम से विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास संभव है।
उन्होंने समयपालन, अनुशासन, स्वाध्याय, वसुधैव कुटुम्बकम् तथा राष्ट्रप्रेम को शिक्षा का मूल आधार बताते हुए इन्हें व्यवहार में उतारने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के दौरान प्रो. आर के देशवाल,प्रो. भगत सिंह, प्रो. राजपाल, प्रो.विनिता ढींगरा पंजाबी विभागाध्यक्ष डॉ. कुलदीप सिंह, डॉ. अजायब सिंह, डॉ. सुरजीत सिंह, , डॉ. खुशविंदर कौर तथा मीडिया संस्थान से डॉ. आबिद अली सहित अन्य शिक्षाविदों ने भी अपने विचार व्यक्त किए और भारतीय शिक्षण मंडल की भूमिका की सराहना की।
कार्यक्रम के अंत में प्रांत कार्यकारिणी सदस्य प्रो. निर्मला ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत करते हुए सभी अतिथियों, वक्ताओं, शिक्षकों, विद्यार्थियों एवं आयोजकों का आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर विभिन्न विभागों के शिक्षकगण, शिक्षाविद,कार्यकर्ता एवं विद्यार्थी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे। कार्यक्रम अत्यंत रोचक, सार्थक एवं प्रेरणादायी रहा, जिसने भारतीय शिक्षा मूल्यों को आगे बढ़ाने का सशक्त संदेश दिया।




