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सतयुग दर्शन चैरिटेबल डिस्पेंसरी में धूमधाम से मनाया लोहड़ी पर्व

कुरुक्षेत्र, प्रमोद कौशिक 13 जनवरी : सतयुग दर्शन चैरिटेबल डिस्पेंसरी कच्चा घेर एवं शीला नगर कुरुक्षेत्र के स्टाफ ने लोहड़ी का पर्व धूमधाम से मनाया। ढोल बजाकर लोहड़ी की खुशियां मनाई। ट्रस्ट के सदस्य एचसी मुंजाल ने कहा कि लोहड़ी य मकर संक्राति का त्यौहार आपसी सद्भावना व भाईचारे का प्रतीक है। इस पर्व से सकारात्मक उर्जा का संचार होता है। उन्होने कहा की ऐसे कार्यक्रमों के आयोजन से आपसी एकता व समरसता का विकास होता है। उन्होंने बताया कि लोहड़ी से जुड़ी प्रमुख लोककथा दुल्ला भट्टी की है जो मुगलों के समय का एक बहादुर योद्धा था। जिसने मुगलों के बढ़ते जुल्म के खिलाफ कदम उठाया था। एक ब्राह्मण की 2 लड़कियों सुंदरी मुंदरी के साथ इलाके का मुगल शासक जबरन शादी करना चाहता था। इस मुसीबत की घड़ी में दुल्ला भट्टी ने ब्राह्मण की मदद की और लड़के वालों को मना कर एक जंगल में आग जला कर सुंदरी मुंदरी का ब्याह कराया। दुल्ले ने खुद ही उन दोनों का कन्यादान किया। इसी कथा की हिमायत करता लोहड़ी का यह गीत है, जिसे लोहड़ी के दिन गाया जाता है सुंदर, मुंदरिए हो, तेरा कौन विचारा हो, दुल्ला भट्टी वाला हो, दुल्ले धी व्याही हो, सेर शक्कर पाई हो। इस अवसर पर सदस्य जितेंद्र अरोड़ा, डा. विष्णु दत्त शर्मा, डा. महाबीर शर्मा, डा. मनीश कुकरेजा, स्त्री रोग विशेषज्ञ डा. शालिनी रहलन, डा. नैंसी, डा. धवनीत, डा. दीक्षा सैनी, डा. काजल, अंकिता, विजय, राजू, स्वीटी, सुमन, निशा, कंचन, हेमन्त, काजल, हैप्पी, कर्मचंद व मीना मौजूद रहे।
सतयुग डिस्पेंसरी शीला नगर में लोहड़ी मनाते स्टॉफ सदस्य।
सतयुग डिस्पेंसरी कच्चा घेर में लोहड़ी मनाते स्टॉफ सदस्य।

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