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वेदों पुराणों में पूरी जानकारी के साथ वैज्ञानिक महत्व भी है : महंत राजेंद्र पुरी।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी ने बताया पूजा का महत्व।
कुरुक्षेत्र, 21 अक्तूबर : जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी ने सनातन धर्म के प्रचार प्रसार में सत्संग करते हुए कहा कि बहुत से लोग आधुनिकता के युग में शिक्षित होने के बाद अपने देवी देवताओं और इष्ट के प्रति अलग तरह का भाव रखते हैं। आज के युग में ज्यादातर लोग दूसरों को शिक्षा देते हुए कहते है कि भगवान मन में होता है। इस पर महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि सबसे पहले तो यह जानना बहुत जरूरी हो जाता है कि जो मन में भाव एवं श्रद्धा होती है। उसके लिए भगवान के साक्षात दर्शन और अपनी प्रार्थना के लिए हमें भगवान के घर मंदिर में जाना ही होता है। उन्होंने कहा कि मंदिर में सम्पूर्ण विधि विधान से मूर्ति स्थापना और प्राण प्रतिष्ठा करके भगवान को स्थान दिया जाता है। सनातन धर्म में अपने इष्ट की पूजा करके ही प्रार्थना की जाती है ।
महंत राजेंद्र पुरी ने कहा कि सनातन में मंदिरों एवं धर्म स्थानों पर जाने एवं पूजा अर्चना का पूरे विधि विधान से महत्व बताया गया है। इसकी वेदों पुराणों में पूरी जानकारी के साथ वैज्ञानिक महत्व बताया गया है।
उन्होंने कहा कि सनातन और हिंदू धर्म को मानने वालों को जागरूक होने के साथ समाज में फैलाई जाने वाली भ्रांतियों को दूर करने के भी सतर्क रहना चाहिए। भगवान शिव के आराध्य भगवान राम हम सब के राम एक हैं। भगवान श्री राम ही सनातन है और सनातन ही राम है।
श्रद्धालुओं के बीच जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी।