आज से आरंभ होगी महंत राजेंद्र पुरी की पंच धूणी अग्नि तपस्या।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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करीब दो दशकों से भीषण गर्मी में आग के ढेरों के बीच अग्नि तपस्या करते हैं महंत राजेंद्र पुरी।
कुरुक्षेत्र, 26 अप्रैल : भीषण गर्मी मौसम में आग की धूणी (ढेरों) के बीच बैठने की कोई आम आदमी सोच भी नहीं सकता है लेकिन धर्मनगरी कुरुक्षेत्र के गांव बिजड़पुर में जग ज्योति दरबार के गद्दीनसीन महंत राजेंद्र पुरी पिछले 19 वर्षों से दो महीनों की भीषण गर्मी में आग की धूणी (ढेरों) के बीच अग्नि तपस्या कर रहे हैं।
जग ज्योति दरबार के महंत राजेंद्र पुरी पंच धूणी अग्नि तपस्या प्रारम्भ से पूर्व बुधवार को विभिन्न गांवों धर्म प्रचार कार्यक्रमों में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि अगर गुरु मानते हैं और धर्म में आस्था रखते हैं तो अपने गुरु या इष्ट से सवाल करने का पूरा करने हक है। श्रीमद भगवत गीता में श्री कृष्ण भगवान ने जीवन का सार समझाया है। जिससे आज भी यह संसार चल रहा है। उस गीता उपदेश में भगवान श्री कृष्ण सिर्फ अर्जुन के सवालों का जवाब दे रहे हैं। अर्जुन के भगवान श्री कृष्ण से किए गए सवालों का जवाब ही गीता है। श्री भगवत गीता ही धर्म है और जीवन का सार है।
महंत राजेंद्र पुरी के मुख्य सेवक राजकुमार ने बताया कि जग ज्योति दरबार पिछले करीब 40 वर्षों से जनता की सेवा में लगा हुआ है। महंत राजेंद्र पुरी की तीसरी पीढ़ी खुद महंत राजेंद्र पुरी आगे उनके भगत अजय राठी समाज सेवा एवं धर्म कल्याण का यह कार्य चला रहे हैं। उन्होंने बताया जन कल्याण और देश और प्रदेश में हर मानव का भला हो, इसी उद्देश्य से 27 अप्रैल 2023 वीरवार से पिछले 19 सालों से चली आ रही परम्परा अनुसार महंत राजेंद्र पुरी की अग्नि तपस्या पंच धूणी अग्नि तपस्या आरम्भ होगी। जो भीषण गर्मी में लगातार 41 दिनों तक चलेगी। अग्नि तपस्या के समापन पर दरबार में एक विशाल भंडारे का आयोजन किया जायेगा। जिसमें प्रदेश भर से जग ज्योति दरबार परिवार से जुड़े लोग एवं श्रद्धालु महंत राजेंद्र पुरी से दीक्षा और आशीर्वाद लेने पहुंचेंगे।
महंत राजेंद्र पुरी।