आदमी को चाहिए वक़्त से डरकर रहे गीत से रफी साहब को दी श्रद्धांजलि

दीपक शर्मा (जिला संवाददाता)
बरेली : सदाबहार गायक मौहम्मद रफी की 45 वीं पुण्य तिथि पर उन्हीं के गीतों से श्रद्धांजलि दी गई। मानव सेवा क्लब ने बुधवार को “एक शाम रफी के नाम महफ़िल जमाई” कार्यक्रम क्लब के कहरवान स्थित कार्यालय सभागार में हुआ। जहां मशहूर गायक प्रकाश चंद्र सक्सेना ने वक्त फ़िल्म के गीत “आदमी को चाहिए वक्त से डर कर रहे” से रफी साहब को श्रद्धांजलि दी। क्लब के अध्यक्ष सुरेन्द्र बीनू सिन्हा ने गीत “छू लेने दो नाजुक होंठों को” सुनाकर महफ़िल में चार चांद लगा दिए, मुकेश सक्सेना का गीत “बहुत शुक्रिया,बड़ी मेहरबानी,मेरी जिंदगी में हुजूर आप आए” बहुत पसंद किया गया।
कल्पना सक्सेना का गीत “अपनी आँखों में बिठाकर तेरा इकरार करूं” ने खूब तालियां बटोरी। अरुणा सिन्हा का गीत “आने से उसके आये बहार” ने समां बांध दिया। जितेंद्र सक्सेना का गीत “यह जुल्फ अगर खुल के बिखर जाये”की प्रस्तुति खूब सराही गई।अनिल गुप्ता की प्रस्तुति “दिल की आवाज सुन मेरे फसाने पर न जा” ने वातावरण गुंजायमान कर दिया। रश्मि सक्सेना ने मोहम्मद रफी का चर्चित गीत “वो जब याद आए बहुत याद आए” गाकर खूब वाहवाही लूटी। संचालन और आभार क्लब के अध्यक्ष सुरेन्द्र बीनू सिन्हा ने किया।