मऊ :
नेपाल ने छोड़ा 6.57 लाख क्यूसेक पानी, सरयू उफनाई
पूर्वांचल ब्यूरो
नेपाल द्वारा तीन बैराजों से दो शिफ्टों में 6.57 लाख क्यूसेक पानी सरयू नदी में छोड़े जाने से शुक्रवार की दोपहर नदी में उफान शुरू हो गया। देखते ही देखते चार घंटे मे नदी का जलस्तर 40 सेंटीमीटर बढ़ गया। अचानक बढ़े जलस्तर से खाकी बाबा की कुटी के सामने कटान रोकने को लगा पिचिंग बोल्डर बह गया। नदी का रूख देखकर तटवर्ती इलाकों में खलबली मच गई। सिंचाई विभाग व बाढ़ खंड आजमगढ़ के अधिकारियों के होश उड़ गए। बंधों पर सतर्कता बढ़ी दी गई। गुरुवार की सायं चार बजे नदी का जलस्तर गौरीशंकर घाट पर जहां 68.10 मीटर था, वहीं शुक्रवार की दोपहर 12 बजे दो सेंटीमीटर बढ़कर 68.12 हो गया था। इसके बाद नेपाल के पानी से जलस्तर बढ़ना शुरू किया। शाम चार बजे 36 सेंटीमीटर बढ़कर जलस्तर 68.48 मीटर पर पहुंच गया।
नेपाल द्वारा गुरूवार की रात आठ बजे गिरजा बैराज से 1.83 लाख क्यूसेक, शारदा बैराज से 1.57 लाख क्यूसेक तथा सरयू बैराज 2860 क्यूसेक यानि कुल 3.43 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया। इसके कुछ देर बाद ही फिर इन्हीं तीनों बैराजों से 3.14 लाख क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया। दोनों बार में नेपाल द्वारा 6.57 लाख क्यूसेक पानी छोड़ दिए जाने से नदी में अचानक उफान आ गया। तेजी से बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए मल्लाहों की नावें भी बहने लगीं। किसी तरह मल्लाहों ने अपनी नाव नदी के बहाव से बचाई। इधर नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए बंधों की निगरानी बढ़ा दी गई। बाढ़ चौकियों को अलर्ट कर दिया गया। अधिशासी अभियंता सिंचाई विरेंद्र पासवान ने बताया कि नेपाल द्वारा पानी लगातार छोड़े जाने की संभावना है। ऐसे में बंधों की सुरक्षा को लेकर सतर्क हैं। बेलदारों की तैनाती कर दी गई है। रिंग बंधों व बंधों पर लगे रेगुलेटरों की भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। नदी में वेग तेज है। वहीं नदी अपना विकराल रूप धारण करती दिख रही है। मुक्तिधाम पर भारत माता मंदिर के समीप सीधे नदी की धारा आकर टकरा रही है। अगर इसी तरह जलस्तर बढ़ता रहा तो नदी 24 घंटे के अंदर खतरा बिंदु 69.90 मीटर को पार कर जाएगी।