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पौधारोपण के साथ हुआ एन.एस.एस. शिविर का समापन।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
जरूरतमंद की मदद करने वाला ही सच्चा वालंटियर : डाॅ. ड्रोलिया।
कुरुक्षेत्र, 25 दिसंबर : गुरुकुल कुरुक्षेत्र में चल रहे सात दिवसीय एन.एस.एस. शिविर का आज भव्य समापन हुआ। प्रख्यात काउंसलर डाॅ. सी. आर. ड्रोलिया मुख्य अतिथि के रूप में पधारे और उन्होंने सभी वालंटियर्स को एन.एस.एस. शिविर में सिखाई गई सभी एक्टिविटीज को अपने जीवन में आत्मसात करने के लिए प्रेरित किया। शिविर का समापन पौधारोपण के साथ हुआ, मुख्य अतिथि डाॅ. ड्रोलिया सहित गुरुकुल के निदेशक, प्राचार्य एवं शिविर संयोजक द्वारा एन.एस.एस. वालंटियर्स के सहयोग से गुरुकुल परिसर में नीम के पौधे रोपित किये गये। इस अवसर पर गुरुकुल के निदेशक ब्रिगेडियर डाॅ. प्रवीण कुमार, प्राचार्य सूबे प्रताप, मुख्य संरक्षक संजीव आर्य, डीपीई देवी दयाल सहित शिविर संयोजक नवदीप मान मौजूद रहे।
डाॅ. ड्रोलिया ने कहा कि हर जरूरमंद को मदद पहुंचाने वाला ही सच्चा वालंटियर होता है। एन.एस.एस. शिविरों की सार्थकता तभी है जब एक-एक वालंटियर इसके उद्देश्यों को अपने जीवन में आत्मसात करते हुए मुसीबत में फंसे लोगों की यथासंभव सहायता करें। कहीं सड़क हादसा हो जाए तो दुर्घटनाग्रस्त लोगों को अस्पताल पहुंचाए। पर्यावरण की रक्षा हेतु पेड़े-पौधे लगाएं और उनका संरक्षण करें, साथ ही दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। उन्होंने कहा कि एन.एस.एस. शिविरों में छात्रों के व्यक्तित्व विकास पर अधिक बल इसीलिए दिया जाता है ताकि उनके अन्दर मानवीय जीवन-मूल्यों का निवेश हो और वे समाज में अपनी अलग पहचान बनाएं। उन्होंने कहा कि एन.एस.एस. कार्यकर्ता दूसरों की सहायता के लिए हमेशा तत्पर रहता है, जो एन.एस.एस. का ध्येय वाक्य भी है। अन्त में एन.एस.एस. वालंटियर्स द्वारा अतिथियों का स्मृति-चिन्ह भेंट कर अभिनन्दन किया गया।