जयराम कन्या महाविद्यालय में काव्य-पाठ प्रतियोगिता तथा व्याख्यान का आयोजन।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
संवाददाता – गीतिका बंसल।
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भारतीय भाषा उत्सव पर काव्य-पाठ प्रतियोगिता तथा व्याख्यान का आयोजन।
कुरुक्षेत्र, 17 अक्तूबर : देश के विभिन्न राज्यों में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष एवं श्री जयराम शिक्षण संस्थान के चेयरमैन ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से ग्रामीण आंचल की कन्याओं को उच्च शिक्षा प्रदान करने के उद्देश्य से गतिमान सेठ नवरंग राय लोहिया जयराम कन्या महाविद्यालय में साहित्य परिषद्, पंजाबी व संस्कृत विभाग द्वारा भारतीय भाषा उत्सव के अवसर पर काव्य-पाठ प्रतियोगिता तथा व्याख्यान का आयोजन किया गया।
काव्य पाठ प्रतियेागिता में शीतल बी.ए. तृतीय प्रथम, महक बी.ए. प्रथम द्वितीय, तृतीय सिमरन, बी.ए. द्वितीय वर्ष की तृतीय स्थान पर रही। इस अवसर पर ललित कुमार गौड़ ने मुख्यातिथि के रूप में शिरकत की। उन्होंने भाषा का महत्त्व’ विषय पर व्याख्यान दिया। उन्होंने छात्राओें को भाषा का महत्त्व बताते हुए कहा कि सामान्यतः भाषा के वैचारिक आदान-प्रदान को माध्यम कहा जाता है। भाषा विचारों की अभिव्यक्ति का सर्वाधिक विश्वसनीय माध्यम है। भाषा हमारे व्यक्तित्व के विकास, हमारी अस्मिता, सामाजिक -सांस्कृतिक पहचान का साधन है। भाषा के बिना मनुष्य पशु के समान है एवं अपने इतिहास तथा परम्परा से अनभिज्ञ रहता है। इस अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्या डा. सुदेश रावल ने कहा कि भाषा एक व्यक्ति के लिए उतनी ही आवश्यक है जितना कि जीने के लिए हवा, पानी एवं भोजन। उन्होंने कहा कि भारतीय भाषा के विकास के लिए हिन्दी भाषा के साथ-साथ अन्य भाषाओं जैसे पंजाबी, संस्कृत तमिल, तेलगु आदि भाषाओं का ज्ञान भी अति आवश्यक है। प्राचार्या ने पंजाबी विभाग की अध्यक्षा डा. सुनीता रानी एवं संस्कृत विभाग की अध्यक्षा अंजू बाला एवं छात्राओं को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि इस तरह के आयोजन समय-समय पर होने चाहिए, इससे उनका व्यक्त्त्वि का सर्वांगीण विकास होता है।
व्याख्यान के अवसर पर छात्राएं।