जिले के आंगनबाड़ी केंद्रों में विभिन्न सामाजिक संगोष्ठी का आयोजन
- लोगों को सामाजिक कुरीतियों को दूर करने की दिलाई गई शपथ
- बाल विवाह, दहेज प्रथा, मद्द निषेध के खत्म होने से ही समाज का हो सकेगा विकास : डीपीओ
- दस दिन तक आईसीडीएस द्वारा जिले में विभिन्न कार्यक्रमों का होगा आयोजन
पूर्णिया
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पूर्णिया आगमन को देखते हुए लोगों को सामाजिक कुरीतियों के प्रति जागरूक करते हुए उसे समाज से खत्म करने की शपथ दिलाई जा रही है। इसके लिए आगामी 10 जनवरी तक आईसीडीएस द्वारा जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाना है। इसकी शुरुआत करते हुए गुरुवार को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में लोगों की जागरूकता रैली निकाली गई और विभिन्न सामाजिक कुरीतियों को खत्म करने की शपथ दिलाई गई।
बाल विवाह, दहेज प्रथा, मद्द निषेध के खत्म होने से ही समाज का हो सकेगा विकास : डीपीओ
आयोजित कार्यक्रम के विषय में जानकारी देते हुए आईसीडीएस जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) राखी कुमारी ने कहा कि समाज की सबसे मुख्य कुरीतियों में नशा का सेवन, दहेज प्रथा, बाल विवाह आदि मुख्य हैं। इन कुरीतियों के कारण समाज के बहुत से लोगों का विकास नहीं हो सकता। इससे समाज की आने वाली पीढ़ी को भी तकलीफ होती है। घर में किसी के भी नशा का सेवन करने से बच्चों को मानसिक रूप से दिक्कतें आती हैं। इससे गरीबी उत्पन्न होती है और यह बाल विवाह, दहेज प्रथा जैसे बहुत से अन्य समस्या के आगे बढ़ने का कारण होता है। इसे पूरी तरह खत्म करने के लिए लोगों को जागरुक होने की जरूरत है। इसके लिए आईसीडीएस द्वारा जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में 30 दिसंबर से 10 जनवरी तक विभिन्न तरह के कार्यक्रम का संचालन किया जा रहा है ।और लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जा रहा है। लोगों के जागरूक होने से समाज की इन कुरीतियों का विनाश हो सकेगा। इसके लिए गुरुवार से जिले के सभी प्रखंडों में सीडीपीओ एवं स्थानीय महिला पर्यवेक्षिकाओं की उपस्थिति में सभी कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं।
दस दिन तक आईसीडीएस द्वारा जिले में विभिन्न कार्यक्रमों का होगा आयोजन :
डीपीओ राखी कुमारी ने बताया आगामी 10 जनवरी तक आईसीडीएस द्वारा सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा। जिसके द्वारा लोगों को सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए आवश्यक सन्देश दिया जाएगा। इसके लिए आईसीडीएस द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों में संगोष्ठी के साथ ही प्रभात फेरी, मेहंदी कार्यक्रम, रंगोली कार्यक्रम, साफ-सफाई व स्वच्छता अभियान, गोदभराई, वृद्धि निगरानी अभियान, साइकिल रैली, कैंडल मार्च जैसे कई तरह के कार्यक्रम चलाए जाएंगे। जिससे कि लोग इन कुरीतियों के प्रति जागरूक हो सकें और समाज का विकास हो सके।
आंगनबाड़ी केंद्रों में संगोष्ठी का हुआ आयोजन :
सामाजिक कुरीतियों को दूर करने के लिए गुरुवार से जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में विभिन्न संगोष्ठियों का आयोजन किया गया। सभी प्रखंड के सीडीपीओ द्वारा इस सम्बन्ध में जानकारी देते हुए कहा गया कि सभी आंगनबाड़ी केंद्रों में मद्द निषेध को सफल बनाने के लिए समाज के सभी लोगों को शपथ दिलाई गई। शपथ द्वारा लोगों ने प्रण लिया कि उनके द्वारा जीवन में कभी भी किसी तरह के शराब या अन्य नशा युक्त पदार्थ का सेवन नहीं किया जाएगा और अगर कोई इसका सेवन करता है तो लोगों द्वारा उस व्यक्ति को ऐसा नहीं करने के लिए जागरूक करेंगे। केंद्रों पर आयोजित संगोष्ठी में लोगों को समाज में बाल विवाह और दहेज प्रथा को भी रोकने के लिए जागरूक किया गया। सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में स्थानीय महिला पर्यवेक्षिकाओं द्वारा संगोष्ठी कार्यक्रम आयोजित किया गया।