दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली। प्रदेश में चल रहे 746 कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालयों में से 648 को इंटर तक उच्चीकृत किया जाएगा। पहले चरण में सत्र 2023-24 में 125 विद्यालयों को उच्चीकृत कर उनका लोकार्पण किया जा चुका है। अब नए सत्र 2024-25 में 121 विद्यालयों को उच्चीकृत किया गया है। बरेली जनपद में भी 18 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में से अधिकांश का उच्चीकरण हो चुका है। लेकिन कुछ विद्यालय में जमीन की कमी होने के कारण उनका संचालन नही हो पा रहा है। अतिरिक्त कक्षा कक्ष के लिए जमीन तलाशी जा रही है। उच्चीकरण के बाद
मौजूदा सत्र से ही इन विद्यालयों में भी 9वीं क्लास में पठन-पाठन शुरू हो जायेगा। अभी कुछ दिन पहले हुई राज्य परियोजना कार्यालय की बैठक में कक्षा नौ में प्रवेश लेने के निर्देश दिए गए हैं। आपको बता दें कि कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालयों में आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग की बालिकाओं को कक्षा एक से आठ तक की निशुल्क शिक्षा दी जाती है। साथ ही इन विद्यालयों में उन्हें आवास व भोजन की भी सुविधा दी जाती है। शासन ने इन विद्यालयों में से 648 को इंटर तक उच्चीकृत करने का निर्णय लिया है। इस क्रम में 648 कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालयों को इंटर तक उच्चीकृत करने की स्वीकृति व बजट के साथ अन्य सुविधाओं की व्यवस्था की गई है। वर्तमान सत्र 2024-25 की शुरुआत में ही 121 विद्यालयों के उच्चीकरण का कार्य पूरा कर इन विद्यालयों में बालिकाओं के लिए पठन-पाठन की शुरुआत करने की तैयारी तेज कर दी गई है। कई अन्य विद्यालयों के उच्चीकरण का काम भी अंतिम चरण में है। इन विद्यालयों में 100 की क्षमता वाले हॉस्टल, नए एकेडमिक ब्लॉक, नई कक्षाएं, साइंस व मैथ्स लैब आदि का निर्माण कराया जा रहा है। हाल में हुई कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालयों के अधिकारियों की ऑनलाइन बैठक में राज्य परियोजना कार्यालय द्वारा सभी संबंधित अधिकारियों को यह निर्देश दिया गया है कि जल्द से जल्द हॉस्टल, क्लास रूम और लैब के लिए आवश्यक सामग्री खरीद ली जाएं, ताकि जब छात्राओं का प्रवेश हो तो निर्वाध रूप से पठन-पाठन शुरू किया जा सके। साथ ही कक्षा नौ में प्रवेश के लिए प्रचार-प्रसार व लोगों को जागरूक करने के लिए भी निर्देश दिए गए हैं।
इन विद्यालयों में तीन हजार अतिरिक्त शिक्षकों की होगी तैनाती ,
कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालयों को उच्चीकृत किए जाने के साथ ही यहां इंटर तक की पढ़ाई के लिए अतिरिक्त शिक्षकों की भी जरूरत पड़ेगी। इसके लिए बेसिक शिक्षा निदेशालय ने उच्चीकृत हो रहे विद्यालयों में लगभग तीन हजार लेक्चरर (पीजीटी) स्तर के शिक्षकों की भर्ती के लिए प्रस्ताव पिछले दिनों शासन को भेजा था। जिसके अनुसार प्रति उच्चीकृत कस्तूरबा गाँधी बालिका विद्यालय में सात-सात शिक्षकों की आवश्यकता बताई गई है। लोकसभा चुनाव के बाद इस पर हरी झंडी मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
सरकार द्वारा चलाई जा रही कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय के उच्चीकरण की योजना बाक्य ही काबिले तारीफ है इससे गरीब, व दुर्वल वर्ग के परिवारों की बालिकाएं अपनी शिक्षा को जारी रख सकेंगे और कम से कम 12वीं कक्षा तक की उनकी शिक्षा निश्चित ही पूर्ण हो सकेगी।
स्नेह लता शर्मा वार्डन कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय बारीनगला क्यारा, बरेली।