जन-जागरूकता ही कैंसर से बचाव का सबसे प्रभावी उपाय” – सीएमओ

राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. एन. आर. वर्मा ने कहा कि समय-समय पर स्वास्थ्य परीक्षण और जीवनशैली में सुधार ही इस गंभीर बीमारी से बचाव का सबसे सशक्त माध्यम है। उन्होंने तंबाकू, गुटखा और सिगरेट की बढ़ती खपत पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि इनके सेवन से मुख और फेफड़ों के कैंसर की संभावना कई गुना बढ़ जाती है । सीएमओ ने बताया कि प्रदेश सरकार शीघ्र ही मेडिकल कॉलेज, आज़मगढ़ में डे-केयर कैंसर यूनिट स्थापित करने जा रही है, जिससे कैंसर संबंधी अनेक जाँचें यहीं उपलब्ध हो सकेंगी। इस संबंध में आवश्यक सूचनाएँ शासन को भेजी जा चुकी हैं। उन्होंने यह भी बताया कि देश में सर्वाइकल कैंसर तेजी से बढ़ रहा है, इसके बचाव हेतु 9 से 14 वर्ष की आयु की बालिकाओं को वैक्सीन शीघ्र ही लगना प्रारम्भ होगी।
एडिशनल सीएमओ डाॅ उमाशरण पांडेय ने कहा कि लगभग 90 प्रतिशत कैंसर अस्वस्थ जीवनशैली और गलत खान-पान के कारण होते हैं। महिलाओं से उन्होंने अपील की कि स्नान के दौरान शरीर के ऊपरी भाग में किसी गांठ का आभास हो तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें, जिससे ब्रेस्ट कैंसर की रोकथाम संभव है उन्होंने कहा जन-जागरूकता ही सबसे प्रभावी बचाव है। एनसीडी के नोडल एवं डिप्टी सीएमओ डाॅ आलेन्द कुमार ने भी कैंसर जैसी गंभीर बिमारी से बचाव में जनजागरूकता को ही विशेष बल दिया ।
गोष्ठी में रोटरी क्लब, इनरव्हील क्लब, भारत विकास परिषद, होम्योपैथिक एसोसिएशन एवं व्यापार संगठन सहित अनेक सामाजिक संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने भाग लिया। वक्ताओं में प्रमुख रूप से डॉ. नवनीत गुप्ता फिजीशियन, मंडलीय चिकित्सालय , श्री संत प्रसाद अग्रवाल व्यापार मंडल , श्रेय अग्रवाल रोटरी क्लब, डॉ. अलका सिंह इनरव्हील, डॉ. राजकुमार राय और डॉ. देवेश दुबे होम्योपैथिक संगठन से और राहुल मिश्रा, सीताराम पांडेय एवं बद्री प्रसाद भारत विकास परिषद से शामिल रहे।
कार्यक्रम का संचालन प्रभारी प्रचार-प्रसार मनीष तिवारी द्वारा किया गया ।




