जयराम विद्यापीठ में हो रहा है सावन महामृत्युंजय जाप।
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सावन में है महामृत्युंजय जाप का विशेष महत्व।
अकाल मृत्यु से बचाता है महामृत्युंजय मंत्र का जाप : आचार्य लेखवार।
कुरुक्षेत्र, 5 जुलाई : देशभर में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की प्रेरणा से ब्रह्मसरोवर के तट पर जयराम विद्यापीठ में सर्वकल्याण एवं विश्व शांति की भावना से निरंतर सावन पूजन एवं रुद्राभिषेक किया जा रहा है।
बुधवार को भी पूजन के साथ महामृत्युंजय मंत्र जाप किया गया। यह महामृत्युंजय मंत्र जाप विद्यार्थियों एवं ब्रह्मचारियों द्वारा आचार्य प. राजेश प्रसाद लेखवार शास्त्री के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। आचार्य लेखवार ने बताया कि सावन महीने में भगवान शिव की आराधना में जिन मंत्रों का जाप किया जाता उनमें महामृत्युंजय मंत्र प्रमुख है। इस मंत्र के जाप से भगवान शिव प्रसन्न करने के साथ ही अकाल मृत्यु भी बचा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि इस बात का उल्लेख शास्त्रों और पुराणों में किया गया है। पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि मनुष्य इस मंत्र के जाप के प्रभाव से मौत के मुंह में जाते-जाते बच जाता है। इस मंत्र से महाकाल शिव की असीम कृपा मिलती है और मनुष्य की आयु बढ़ती है। इस अवसर पर सुरेंद्र गुप्ता, के.के. कौशिक, टेक सिंह, राजेश सिंगला, प्राचार्य रणबीर भारद्वाज, सतबीर कौशिक एवं रोहित कौशिक इत्यादि भी मौजूद रहे।
सावन महामृत्युंजय जाप करते हुए।