आयुष विवि के सीनियर अकाउंटेंट हुए सेवानिवृत्त।
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आयुष विवि सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के लिए सदैव सकारात्मक दृष्टिकोण रखेगा : प्रो. वैद्य करतार सिंह धीमान।
कुरुक्षेत्र : श्रीकृष्ण आयुष विश्वविद्यालय से गुरुवार को सीनियर अकाउंटेंट जगमोहन रोहिला की विदाई के मौके पर उनके उज्जवल भविष्य की कामना की गई। कुलपति प्रो. करतार सिंह धीमान ने जगमोहन रोहिला से औपचारिक बातचीत की। इसके साथ ही उनके अच्छे स्वास्थ्य की कामना की। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी सेवानिवृत कर्मचारियों के अनुभव आयुष विवि के काम आएंगे और विवि प्रशासन सेवानिवृत्त होने वाले कर्मचारियों के लिए सदैव सकारात्मक दृष्टिकोण रखेगा। दरअसल सेवा का निर्धारित काल होता है, मगर एक परिवार से जब कोई सदस्य सेवानिवृत्त होत है तो वह संस्थान के लिए अपूरणीय क्षति होती है, जिसे कभी पूरा नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि व्यक्ति जिस भी पद रहे, उसे पद की लालसा नहीं होनी चाहिए और न ही अहंकार होना चाहिए। क्योंकि अंहकार किसी का भी भला नहीं होता। इसके साथ ही स्वास्थ्य से बड़ा कोई धन है। हर व्यक्ति को अपनी दिनचर्या को जरूर आकलन करना चाहिए, जो स्वास्थ्य केंद्रित है। अगर इस बात को सतत ध्यान में रखेंगे तो निश्चित तौर पर उम्र भर स्वस्थ रहेंगे। कुलसचिव डॉ. नरेश भार्गव ने सेवानिवृत्त सीनियर अकाउंटेंट के अच्छे स्वास्थ्य की कामना की और कहा कि आयुष विवि अभी एक छोटा परिवार है, जो लगातार विकसित और पल्लवित हो रहा है। इसके पीछे यहां के छोटे-से छोटे कर्मचारी और अधिकारियों की कड़ी मेहनत है। आने वाले वक्त में आयुष विवि पारंपरिक चिकित्सा पद्धति में विश्व का सिरमौर बनेगा। जिसके लिए यहां के हर एक कर्मचारी को याद रखा जाएगा। इस अवसर पर सभी शैक्षिक और गैर शैक्षणिक अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।