छात्र-छात्राओं को दहेज व बाल विवाह रोकथाम हेतु किया गया जागरूक

रायबरेली
रिपोर्टर विपिन राजपूत
छात्र-छात्राओं को दहेज व बाल विवाह रोकथाम हेतु किया गया जागरूक
रायबरेली, 30 नवम्बर 2025
महिला कल्याण विभाग द्वारा जिलाधिकारी हर्षिता माथुर के निर्देशानुसार व जिला प्रोबेशन अधिकारी जयपाल वर्मा के कुशल मार्गदर्शन के अनुसार शनिवार को दहेज प्रतिषेध एवं बाल विवाह दिवस के अवसर सखी वन स्टॉप सेंटर पर दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 के अंतर्गत जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन उत्कर्ष इण्टर कॉलेज बछरांवा रायबरेली में किया गया, जिसमें छात्र/छात्राओं को दहेज प्रतिषेध अधिनियम 1961 के तहत सभी को शपथ दिलाई गई।
सखी वन स्टॉप सेंटर रायबरेली से केंद्र प्रबंधक आस्था ज्योति और मनोसामाजिक परामर्शदाता श्रद्वा सिंह के द्वारा बताया गया कि दहेज एक सामाजिक हिंसा है जिसकी रोकथाम अत्यंत आवश्यक है। इसके लिए प्रत्येक महिला व पुरुष को स्वयं ही जागरूक होने की आवश्यकता है साथ ही जो लोग दहेज मांगते है या देते है उनका सामाजिक बहिष्कार किया जाना चाहिए ताकि समाज में दहेज को एक नकारात्मक प्रथा के रूप में देखा जाए। बालिकाओं को आत्म निर्भर बनने एवं युवाओ की मानसिकता बदलने, अंधविश्वासों और पुरानी परंपराओं को तोड़ने के लिए प्रोत्साहित किया गया। उनके द्वारा बताया गया कि दहेज लेना व दहेज देना एक अपराध है और छात्राओं को महावारी के बारे में जानकारी देते हुए सेनेट्री पैड विरित किया गया। सखी वन स्टॉप सेंटर की कार्य प्रणाली की विस्तार से जानकारी दी इसी दौरान छात्र-छात्राओं को बाल विवाह रोकथाम हेतु जागरूक किया गया एवं छात्र-छात्राओं के द्वारा निबन्ध, रंगोली, पोस्टर पेटिंग, प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग किया जिसमें मेडल, कफ, सीनरी, देकर सम्मानित किया गया।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने के हेतु उपस्थित प्रधानाचार्य, शिक्षिकाए, वन स्टॉप सेंटर से दीप्ति मिश्रा का सहयोग रहा।




