सनातन धर्म का मूलमंत्र है सर्वे भवंतु सुखिन: = डा श्याम सुंदर


सनातन धर्म का मूलमंत्र है सर्वे भवंतु सुखिन: = डा श्याम सुंदर।
=भारतीय स्वभाव से ही सहिष्णु होता है
=कथापीठ की आरती में शामिल हुए यूपी के परिवहन मंत्री।
सगड़ी (आजमगढ़): सगड़ी तहसील के हरसिंहपुर स्थित मां शीतला धाम में चल रही भागवत कथा और ज्ञान यज्ञ में श्रद्धालुओं को ज्ञान गंगा का रस पान कराते हुए शनिवार को कथावाचक डॉक्टर श्याम सुंदर पाराशर ने कहा सनातन धर्म का मूलमंत्र सबका कल्याण करना है। भारतीय जीवन से ही सहिष्णु होता है। शक्ति होने के बाद भी अनायास किसी को परेशान नहीं करता। उत्तर प्रदेश सरकार के परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह ने कथा पीठ की आरती कर शीश नवाया।
उन्होंने शिशुपाल बध और जरासंध भीम युद्ध का रोमांचकारी वर्णन सुनाया। समाज में जो जितना ही पूजनीय होता है उसकी निंदा करने वाले भी उतने ज्यादा होते हैं। प्रवृत्ति और निवृत्ति मार्ग का जीवन को एक ही पथ ले जाता है।सुदामा जी की कथा सुनाते हुए उन्होंने कहा कि भगवान गरीब से गरीब व्यक्ति से भी लगाव रखते हैं। सुदामा जी को उन्होंने गले से लगाया और सारा प्रेम उनके चरणों में आंसुओं के द्वारा रख दिया। कृष्ण भगवान ने सुदामा की दीन दशा देखकर कहा कि इतना कष्ट होने के बाद भी तुम हमारे पास क्यों नहीं आए। सुदामा का चरण दबाते भगवान श्री कृष्ण ने प्रश्न पूछा तुमने शादी किया की नहीं। भाभी ने मुझे कुछ दिया है की नहीं। प्रेम से जो उन्होंने मुझे दिया है, दे दो क्योंकि मैं प्रेम का भूखा हूं। कृष्ण और सुदामा का मार्मिक कथा सुन श्रद्धालु भाव विभोरहो गए।
इस अवसर पर मनीष कुमार मिश्रा, दिवाकर सिंह धर्मेंद्र कुमार सिंह। मिथिलेश जी भाई साहब आदि लोग मौजूद रहे।