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कुरुक्षेत्र में चल रहे फिल्म महोत्सव में आए दर्शकों ने शॉर्ट फिल्मों का उठाया आनंद।
हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
दूरभाष – 9416191877
कुरुक्षेत्र 19 मई : कुरुक्षेत्र के कला कृति भवन में चल रहे पाँचवें हरियाणा अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का दूसरे दिन पूरे जोश के साथ आरंभ हुआ। इस महोत्सव में सामाजिक मुद्दो से जुड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फिल्मों का फिल्मांकन किया गया। दर्शको ने भरपूर आनंद के साथ फिल्मों का लुत्फ उठाया। इस दौरान महोत्सव को लेकर कई लोगो से पूजा घणघस, रजनी, अजय बहादुर ने परिचर्चा की इस कड़ी में दिल्ली से गीता शर्मा ने बताया की वह यह फिल्म महोत्सव देखने विशेष रूप से दिल्ली से आई है, उनको यहां आकर काफी अच्छा लगा उनका यह पहला अनुभव था। फिल्म महोत्सव देखने आए कुरुक्षेत्र निवासी सुनील ने बताया कि उन्होंने कई महोत्सव देखे लेकिन हरियाणा अंतराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में वह पहली बार आए है उनका यह पहला अनुभव है उन्होंने एक शॉर्ट फिल्म ‘10 का 4’ देखी जो उनको काफी दिलचस्प लगी। फिल्म महोत्सव में कुरुक्षेत्र निवासी सोनाली ने बताया की यहां आकर उन्हें काफी आनंद महसूस हुआ उन्होंने यहां कई तरह की शॉर्ट मूवी देखी जिसमे उनको ‘आर यू वॉलीवाल’ काफी अच्छी लगी। पबनावा निवासी मोहन सिंह ने बताया की वे समारोह के विज्ञापन देखकर यहां आए है, उनको यहां आकर काफी अच्छा लगा उन्होंने यहां पर बेटी पढ़ाओ की थीम पर आई एम बन्नी नामक मूवी देखी जो उनको काफी अच्छी लगी।
फिल्म महोत्सव के स्पॉन्सर ऑर्गेनिक एग्रो की एच.आर विभाग की विभागाध्यक्ष रंजना रॉय ने बताया इस फिल्म महोत्सव के जरिए हमे ऐसी कई फिल्में ऑन स्क्रीन देखने को मिली जो राष्ट्रीय स्तर पर पुरुस्कारित है। फिल्म महोत्सव में आई मिलेनियम स्कूल की फ्रेंच विषय की अध्यापिका मोनिका ने बताया की अपने विद्यार्थियों के साथ उन्होंने इस महोत्सव में आई एम बन्नी नामक फिल्म देखी, इस फिल्म का मुख्य मकसद समाज को बेटियो की पढ़ाई के लिए जागरूक करना था। कुरुक्षेत्र के पटेल नगर की निवासी राज ने बताया की वो दो दिनों से इस फिल्म महोत्सव का आनंद उठा रही है। उन्हे इस महोत्सव की सबसे अच्छी बात यह लगी की इसमें हरियाणवी संस्कृति से जुड़े कई कार्यक्रम देखने को मिले जो उनको काफी अच्छे लगे। महोत्सव में आई सामाजिक विज्ञान की अध्यापिका रिंकी ने बताया की उन्होंने यहां पर आर यू वॉलीवाल एक शॉर्ट फिल्म देखी जिसमे दर्शाया गया की कैसे खेल की सपर्धा ने दो देशों के बीच बनी सीमा को मिटा दिया। महोत्सव में आए सतपाल ने बताया की इस तरह के महोत्सव हरियाणा में समय समय पर होते रहे ताकि लोगो का सिनेमा के प्रति सकारात्मक रुझान बना रहे ओर इसी तरह सिनेमा के दीवाने फिल्मों के फिल्मांकन का आंनद लठाते रहे। मोनिका ने बताया की वह अपने पति के साथ राह से गुजर रहे थे, रास्ते में लगे बड़े बड़े होर्डिंग को देखकर वह यहां आए है। उन्होंने यहां पर शॉर्ट मूवी आई एम बन्नी देखी जो उनको काफी पसंद आई उनका इस तरह के फिल्म महोत्सव से जुड़ने का पहला अनुभव था। वाक्य में यह बहुत ही काबिले तारिफ है कि हरियाणा में भी इस तरह के कार्यक्रम होने आरंभ हो गये।