पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने में सरकार के प्रयास हुए सार्थक

पवित्र ग्रंथ गीता के उपदेशों को जन-जन तक पहुंचाने में सरकार के प्रयास हुए सार्थक
राज्यपाल प्रोफेसर असीम कुमार घोष ने अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के मीडिया सेंटर का किया उदघाटन।
लोकतंत्र के चौथे स्तंभ के प्रयासों से ही विदेशों तक पहुंचा महोत्सव का संदेश।
कुरुक्षेत्र, संजीव कुमारी 15 नवंबर : राज्यपाल प्रोफेसर असीम कुमार घोष ने कहा कि पवित्र ग्रंथ गीता के संदेशों को जन-जन तक पहुंचाने में केंद्र और राज्य सरकार के प्रयास सार्थक हुए है। अब महोत्सव का आयोजन विदेशों में किया जा चुका है और आने वाले समय में भी अलग-अलग देशों में महोत्सव के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस महोत्सव के संदेश को विदेशों तक पहुंचाने में लोकतंत्र के चौथे स्तंभ मीडिया का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।
राज्यपाल प्रोफेसर असीम कुमार घोष शनिवार को अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2025 के अवसर पर केडीबी के सभागार में बनाए गए मीडिया सेंटर का उदघाटन करने के उपरांत बातचीत कर रहे थे। इससे पहले राज्यपाल प्रोफेसर असीम कुमार घोष, विधायक अशोक अरोड़ा, मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, केडीबी सीईओ पंकज सेतिया ने मीडिया सेंटर का उदघाटन किया। राज्यपाल ने कहा कि कुरूक्षेत्र एक आध्यात्मिक, धार्मिक और शिक्षा का केन्द्र है। इस महान भूमि की धूल को मानव अपने माथे पर लगाकर स्वयं को धन्य मानता है। इसे भारत की प्राचीन संस्कृति का उद्गम स्थल भी कहा जाता है। कुरूक्षेत्र विश्वभर में ऋषियों-मुनियों तथा देवताओं की तपोस्थली, कर्मभूमि और यज्ञभूमि के रूप में विख्यात है। पत्रकार समाज का बेहद ही महत्वपूर्ण अंग होते है। प्रजातंत्र में प्रैस की भूमिका से आप भलीभांति परिचित हैं। प्रैस को प्रजातंत्र का चौथा स्तम्भ भी कहा जाता है। इसमें कोई दो राय नहीं है कि देश की आजादी से पहले भारत को आजाद करवाने और आजादी के बाद भी प्रैस ने राष्ट्र-निर्माण में अपनी अहम भूमिका निभाते हुए अपनी उपयोगिता को पूरी शक्ति के साथ प्रमाणित किया है।
उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के गठन के पश्चात् 48 कोस कुरुक्षेत्र भूमि के तीर्थों का विकास कार्य प्रारम्भ हुआ। प्राचीन मान्यताओं के अनुसार इस क्षेत्र में सैंकड़ों तीर्थ फैले हुए हैं जिनमें से बोर्ड द्वारा अभी तक लगभग 182 तीर्थों का दस्तावेजीकरण किया जा चुका है। तीर्थ सर्वेक्षण का यह कार्य वर्तमान में भी निरन्तर चल रहा है। अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव आगामी 5 दिसंबर तक चलेगा। कुरुक्षेत्र एक धर्मनगरी, कर्मनगरी, पुण्यभूमि और मोक्ष की भूमि है। इस अंतर्राष्टï्रीय गीता महोत्सव में देश व विदेश से कई शिल्पकार आ रहे है। गीता को विद्यार्थियों के बीच में ले जाकर उन्हें पवित्र ग्रंथ गीता के बारे में विस्तार से बताया जा रहा है। इस महोत्सव में गीता पाठ, गीता श£ोकोच्चारण व संत सम्मेलन जैसे कई कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे है। इनके अलावा गीता के विषय में जाने-माने कलाकार भी अपनी प्रस्तुति देंगे। इस मौके पर थानेसर के विधायक अशोक अरोड़ा, केडीबी मानद सचिव उपेंद्र सिंघल, जिला परिषद के सीईओ शंभू राठी, प्राधिकरण के सदस्य सौरव चौधरी, केडीबी सदस्य विजय नरुला, अशोक रोसा, डा. ऋषिपाल मथाना, कैप्टन परमजीत सिंह, सैनी समाज के प्रधान गुरनाम सैनी, भाजपा नेता हरमेश सिंह सैनी, डा. संजय छाबड़ा, डा. अलकेश मोदगिल, सुभाष पाली, राजेश शांडिल्य आदि उपस्थित थे।




