मोक्ष प्रदान करती है श्रीमद्भागवत की कथा : आचार्य मृदुल कृष्ण गोस्वामी।
सेंट्रल डेस्क संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
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वृन्दावन : सुनरख रोड़ स्थित हरे कृष्णा ऑर्चिड में सप्तदिवसीय श्रीमद्भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ महोत्सव अत्यंत श्रद्धा एवं धूमधाम के साथ प्रारम्भ हो गया है।सर्वप्रथम श्रीमद्भागवत भागवतजी की गाजे-बाजे के साथ भव्य शोभायात्रा निकाली गई।जिसमें श्रीहरिनाम संकीर्तन करते हुए सैकड़ों भक्त-श्रृद्धालु एवं पीत वस्त्र पहने महिलाएं सिर पर मंगल कलश धारण कर साथ चल रही थीं।तदोपरांत यजमान परिवार द्वारा श्रीमद्भागवत महापुराण एवं व्यासपीठ का वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य पूजन-अर्चन कर आरती की गई।
व्यासपीठ पर आसीन श्रीहरिदासी वैष्णव संप्रदायाचार्य विश्वविख्यात भागवत प्रवक्ता आचार्य गोस्वामी मृदुल कृष्ण महाराज ने अपनी सुमधुर वाणी में सभी भक्तों-श्रृद्धालुओं को श्रीमद्भागवत की महिमा बताते हुए कहा कि श्रीमद्भागवत कथा के स्मरण करने मात्र से हमारे सभी पापों का नाश हो जाता है।साथ ही जीव को अनन्त पुण्यों की प्राप्ति होती है।इस दिव्य ग्रंथ की अमृतमयी कथा को श्रवण करने के लिए देवतागण भी लालायित रहते है।जब कि प्राणियों को इसका लाभ सहज ही में प्राप्त हो रहा है। श्रीमद्भागवत कथा सुनने से मानव जीवन का कल्याण होता है और उसके सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
उन्होंने कहा कि श्रीमद्भागवत महापुराण की कथा सुनने से व्यक्ति के मन-बुद्धि का आध्यात्मिक विकास होता है।अन्य युगों में जहां मोक्ष की प्राप्ति करने के लिए जप-तप, हवन-यज्ञ एवं दान-पुण्य आदि करने पड़ते थे, वहीं कलयुग में श्रीमद्भागवत महापुराण की कथा सुनने मात्र से जीव को मोक्ष की प्राप्ति होती है।
आयोजन के मुख्य यजमान ललित बेरीवाला, बिरम प्रकाश सुल्तानिया, रवि बेरीवाला, प्रदीप तोदी, दीपक गोयनका, निकुंज बेरीवाला, संजय बरलिया, महेश अग्रवाल, संजय अग्रवाल, किशन मोदी, विनाद केडिया, वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. गोपाल चतुर्वेदी, प्रमुख समाजसेवी दासबिहारी अग्रवाल, राजा पण्डित, पण्डित रविन्द्र, उमाशंकर मिश्रा एवं डॉ. राधाकांत शर्मा आदि के अलावा विभिन्न क्षेत्रों के तमाम गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।