बिहार कृषि विश्वविद्यालय के शिक्षकों के लगातार धरने से बाधित हुई छात्रों की पढ़ाई,परेशान छात्रों ने की प्रमोट करने की मांग।
प्रोन्नति एवं “कक्षाएं नहीं ,परीक्षाएं नहीं” को लेकर हड़ताल पर बैठे बिहार कृषि विश्वविद्यालय के छात्र
पूर्णिया
लगभग 2 महीनों से बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर भागलपुर मे पूरे यूनिवर्सिटी के अंर्तगत संबद्ध सभी कॉलेज के प्रोफेसर अपने विभिन्न मांगो को लेकर हड़ताल पर है। जिस कारण से लगातार बीएससी एग्रिकल्चर के छात्र छात्राओं की कक्षाएं बाधित रही है। जिसके फल स्वरूप समस्त विद्यार्थियों का बीएससी एग्रीकल्चर का दूसरे और पांचवे सेमेस्टर सत्र (2019- 20 एवं 2020-21)का कोर्स का अध्ययन बाधित रहा है। लेकिन अब बिना कक्षाएं संचालित करवाएं परीक्षा सारणी निकाल दी गई। इसके विरोध में विश्वविद्यालय प्रांगण सहित विश्वविद्यालय से संबद्ध समस्त महाविद्यालयों में छात्र-छात्राओं छात्रों ने संवैधानिक तरीके से प्रोटेस्ट कर विरोध दर्ज किया है और लगातार दूसरे दिन भी प्रोटेस्ट जारी है। छात्र एवं छात्राओं की मांग है कि उनको उनका पाठ्यक्रम पूरा नहीं पढ़ाया गया है इसलिए बिना पढ़े परीक्षा नहीं देंगे अगर बिहार कृषि विश्वविद्यालय परीक्षा के लिए विवश करती है तो हमलोग का धरना जारी रहेगा, साथ में बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा और हमलोग गवर्नर के पास जायेंगे। इस विषय पर छात्रों ने शिक्षा सचिव और मुख्यमंत्री को ईमेल भेज कर अपनी समस्या से अवगत कराया है ।
प्रमोट करने की मांग को लेकर बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर भागलपुर, भोला पासवान शास्त्री कृषि महाविद्यालय पूर्णिया, मंडन भारती कृषि महाविद्यालय सहरसा,वीर कुंवर सिंह कृषि महाविद्यालय डुमराव बक्सर, डॉ कलाम कृषि महाविद्यालय किशनगंज, उद्यान महाविद्यालय नूरसराय नालंदा सभी एक साथ अपनी समस्याओं के समाधान को लेकर धरना देकर विरोध प्रकट कर रहे हैैं।