जूनियर रैडक्रास के संक्षेप में तीन आदर्श बनते है स्वास्थ्य, सेवा और मित्रता : विनीत गाबा

कुरुक्षेत्र,अमित 9 दिसंबर : भारतीय रैडक्रॅास समिति हरियाणा राज्य शाखा की तरफ से गीता ज्ञानम संस्थानम में 5 दिवसीय जूनियर रेडक्रास प्रशिक्षण शिविर (लडक़ों) का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें हरियाणा के 21 जिलों अम्बाला, चरखी दादरी, भिवानी गुरुग्राम, जीन्द, करनाल, कैथल, हिसार, रोहतक, कुरुक्षेत्र, मेवात, पलवल, रेवाडी, सोनीपत, पंचकूला, सिरसा, यमुनानगर, पानीपत और फतेहाबाद से 167 जूनियर्स व 33 काउंसलर भाग लें रहें है।
मंगलवार को सुबह के समय ध्वजारोहण के दौरान शिविर निदेशक विनीत गाबा ने जूनियर रेडक्रॉस के इतिहास पर प्रकाश डालते हुए कहा कि रेडक्रॉस शाखा के उस भाग को जूनियर रेडक्रॉस कहते है जो स्कूलों में काम करता है। जूनियर रेडक्रॉस की स्थापना चाहे नियमित तीर से लीग आफ रेडक्रॉस की स्थापना के साथ हुई थी,1919 में लीग ऑफ रेडक्रॉस की स्थापना हुई, 1922 में लीग काउंसिल की मीटिंग में विचार विमर्श उपरान्त यह निर्णय किया गया कि हर एक नेशनल रेडक्रॉस सोसायटी विद्यार्थियों के लिए जूनियर रेडक्रॉस की स्थापना करें। इस तरह जूनियर रेडक्रॉस के संक्षेप में तीन आदर्श बनते है स्वास्थ्य, सेवा और मित्रता ।
रिसोर्स पर्सन अंजू शर्मा ने सीपीआर विषय को रोचक शैली में प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि यह एक जीवन रक्षक प्रणाली है जो दुर्घटना के समय या आकस्मिक स्थिति में व्यक्ति के जीवन की रक्षा करने में बहुत महत्वपूर्ण सिद्ध होती है। अंजू शर्मा ने प्रतिभागियों को अभ्यास के माध्यम से इस प्रक्रिया चारे बताया ताकि आपातकालीन स्थिति में इसका उपयोग किया जा सके।
रिसोर्स पर्सन कृष्ण कक्कड ने प्रतिभागियों को रैडकास के इतिहास के विस्तार पूर्वक बताया। उन्होंने बताया कि रेडक्रॉस के इतिहास के बारे में प्रतिभागियों को विस्तारपूर्वक जानकारी दी। इस अवसर पर विनीत गाबा, शिविर निदेशक, संयुक्त शिविर निदेशक सुमन बाला, ओमप्रकाश गांधी, कृष्ण कक्कड़, अंजू शर्मा, पंकज सिंह, संजय कुमार, बलराम, गुरुदेव सिंह, राकेश कुमार, डॉ सत्य नारायण, विजयकुमार, डॉ. जय कुमार, आकाश यादव, राजेश कपूर, रंजीत, नन्दलाल आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।




