शिक्षकों के वेतन निर्धारण में हो रही है भारी गड़बड़ी – प्रशांत
अररिया
बिहार पंचायत-नगर प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष प्रशांत कुमार ने शनिवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी अररिया को आवेदन देकर शिक्षकों के 15 प्रतिशत वेतन वृद्धि के साथ वेतन निर्धारण में हो रही गड़बड़ी की जानकारी दी तथा पे-फिक्सेशन में हुई त्रुटि को जल्द से जल्द सुधरवाने का अनुरोध किया है।
जिलाध्यक्ष ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि वर्तमान में शिक्षकों के 15 प्रतिशत वेतन वृद्धि के साथ हो रहे वेतन निर्धारण में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हो रही है। जिलाध्यक्ष ने बताया कि सरकार के निर्देशालोक में जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना अररिया ने सभी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को 6 जनवरी तक शिक्षकों का डाटा सॉफ्ट कॉपी में जिला कार्यालय को उपलब्ध करवाने का सक्त निर्देश दिया था ताकि उसी दिन सभी शिक्षकों का शिक्षा विभाग के साईड पर डाटा अपलोड किया जा सके मगर दुर्भाग्य है कि 8 जनवरी के शाम तक भी अधिकांश प्रखंडों से शत् प्रतिशत डाटा जिला को उपलब्ध नहीं हो पाया है। जिलाध्यक्ष ने कहा कि जिले के कुछ प्रखंड शिक्षा पदाधिकारियों द्वारा शिक्षकों का डाटा अपलोडिंग में बड़ी लापरवाही बरती गई है। जिस कारण पे-फिक्सेशन में त्रुटि रहने की जानकारी मिल रही है। उन्होंने कहा कि नरपतगंज प्रखंड में इस तरह की समस्याएं बड़े पैमाने पर है वहीं फारबिसगंज सहित अन्य प्रखंडों में आंशिक संख्या में डाटा अपलोडिंग में गड़बड़ी हुई है। जिलाध्यक्ष ने बताया कि गड़बड़ी का पता तब चला जब शिक्षक अपना पे-फिक्सेशन डाउनलोड करना प्रारंभ किया। उन्होंने कहा कि जिले के अधिकांश शिक्षकों का डाटा शिक्षा विभाग के साईड पर अपलोड हो चुका है। शिक्षक जब अपना पे-फिक्सेशन डाउनलोड कर रहे हैं तो पता चल रहा है कि इनमें काफ़ी त्रुटि है। यही कारण है कि 7 जनवरी को आक्रोशित शिक्षकों ने संघ के माध्यम से नरपतगंज बीईओ को उत्पन्न समस्याओं से अवगत कराया गया है। जिलाध्यक्ष ने बताया कि डाटा अपलोडिंग में टिचर टाईप, आधार नम्बर, नियुक्ति तिथि, जन्म तिथि, प्रशिक्षण तिथि, डाईस कोड, विद्यालय का नाम, कैटेगरी, शिक्षकों का नाम, बेसिक पे आदि गलत अपलोड हो गया है, जो अति खेदजनक विषय है। जिलाध्यक्ष ने बताया कि गलत डाटा इन्ट्री से शिक्षकों का वेतन विसंगति के साथ-साथ अनावश्यक रूप से कई तरह की समस्याएं पैदा हो जायेगी। जिलाध्यक्ष ने अपने पत्र के माध्यम से डीईओ अररिया से मांग की है कि डाटा अपलोडिंग में हुई गड़बड़ी की जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करते हुए गलत अपलोडिंग डाटा को अविलम्ब सही करवाया जाए अन्यथा संघ भविष्य में चरणबद्ध आन्दोलन करने के लिए विवश हो जायेंगे। जिसके जिम्मेवार शिक्षा विभाग स्वयं होंगे।