आजमगढ़ में दो अलग अलग स्थानों पर वज्रपात से दर्दनाक हादसा:आकाशीय बिजली की चपेट में आकर दो छात्राओं की मौत, 9 झुलसी

आजमगढ़:अतरौलिया क्षेत्र में शुक्रवार को मौसम ने कहर ढा दिया। आकाशीय बिजली गिरने की दो अलग-अलग घटनाओं में दो किशोरियों की दर्दनाक मौत हो गई, जबकि नौ अन्य गंभीर रूप से झुलस गईं। हादसे से पूरे इलाके में मातम का माहौल है।पहली घटना स्थानीय थाना क्षेत्र के जोहपतपुर गांव की है, जहां धान की रोपाई कर रही लड़कियों पर बिजली गिर पड़ी। इस हादसे में अंतिमा (15 वर्ष) पुत्री मंटू, कक्षा 9 की छात्रा की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि स्वाति (18 वर्ष) पुत्री दीपचंद, जो कक्षा 10 की छात्रा थी, गंभीर रूप से झुलस गई। हालत नाजुक होने पर उसे प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया है। इस आसमानी हादसे में अन्य घायल छात्राओं में चंदा (18 वर्ष) पुत्री जनसू,बिंदु (15 वर्ष) पुत्री रामआसरे,मुस्कान (19 वर्ष) पुत्री शिवकुमार, शिवमणि (12 वर्ष) पुत्री संतराम,ललिता (20 वर्ष) पुत्री रामप्रकाश,प्रियंका (12 वर्ष) पुत्री शिवकुमार,गरिमा (15 वर्ष) पुत्री रामनरेश शामिल हैं जो एक ही गांव की थी। सभी झुलसी किशोरियों का उपचार अतरौलिया स्थित 100 शैय्या संयुक्त जिला चिकित्सालय में चल रहा है वही दूसरी घटना सुखीपुर ग्रामसभा की है, जहां शाम लगभग 6 बजे आकाशीय बिजली गिरने से कुमारी ज्योति (उम्र लगभग 16 वर्ष) की मौत हो गई। वह स्वर्गीय राजाराम की पुत्री थी और सेनपुर स्थित एक सिलाई केंद्र पर प्रशिक्षण ले रही थी। शुक्रवार शाम क्लास के बाद घर लौटते समय जैसे ही वह गांव के पास पहुंची, तेज गर्जना के साथ आकाशीय बिजली गिरी और वह उसकी चपेट में आ गई। ग्रामीणों ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृतका चार भाइयों और दो बहनों में सबसे छोटी थी। उसकी असामयिक मृत्यु से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घटनाओं की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंच गई और शवों को कब्जे में लेकर विधिक कार्रवाई शुरू कर दी गई है। दोनों गांवों में मातम का माहौल व्याप्त है।प्रशासन से मांग की जा रही है कि पीड़ित परिवारों को मुआवजा और घायलों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराया जाए।




