देहरादून: उत्तराखंड राज्य समेत देश के 5 राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान हो गया है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने प्रेसवार्ता कर पांचों राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान कर दिया है जिसके बाद से ही इन पांचों राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है। निर्वाचन आयोग की ओर से किए गए तारीखों के ऐलान के तहत उत्तराखंड राज्य में 14 फरवरी को एक चरण में मतदान कराया जाएगा। तो वहीं, सभी राज्यों में 7 चरणों में मतदान संपन्न होंगे।मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील कुमार ने प्रेसवार्ता कर कहा कि उत्तराखंड राज्य में 70 विधानसभा सीटों पर चुनाव होना है।
चुनाव आयोग के अनुसार पिछले दो सालों से कोरोना संक्रमण की दस्तक के बाद से चुनाव कराने में दिक्कतें आ रही है। चुनाव कराना आयोग के लिए एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रोन के चलते चुनौती और अधिक बढ़ रही है। हालांकि, दिसंबर महीने में आयोग ने सभी राज्यों का दौरा किया था। इस दौरान अधिकारियों और पॉलिटिकल पार्टियो से बातचीत की थी। इसके बाद सभी राज्यो में 5 जनवरी को मतदाताओं की सूची जारी की जा चुकी है।
यहां देखें चुनाव का पूरा कार्यक्रम
21 जनवरी को जारी होगी अधिसूचना।
28 से शुरू होंगे नामांकन।
14 फरवरी को होगी वोटिंग
दस मार्च को होगा प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला।
देश के मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चन्द्रा ने हाल ही में जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव 2022 होना है, वहां की स्थितियों का जायजा लिया और चुनाव की तैयारियों को परखा। आयोग ने कोरोना और ओमिक्रान संक्रमण पर भी स्वास्थ्य मंत्रालय से रिपोर्ट ली। पांच राज्यों में मतदाता सूची फाइनल होने के बाद आयोग ने बैठक कर तारीखों का एलान किया।
उत्तराखंड में वोट डालने के लिए मतदाताओं को एक घंटे का अतिरिक्त समय मिलेगा। मतदान अब सुबह आठ से शाम छह बजे तक चलेगा। पहले इसकी समयावधि सुबह आठ से शाम पांच बजे तक नियत थी। चुनाव की तैयारियां परखने राज्य के दौरे पर आए मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने यह एलान किया था। उन्होंने कहा कि इस निर्णय के पीछे मंशा यही है कि विषम भूगोल वाले इस राज्य में लोग अधिक से अधिक मताधिकार का प्रयोग कर सकें। आयोग का लक्ष्य इस बार मतदाताओं को जागरूक कर मतदान प्रतिशत बढ़ाना भी है।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने बताया कि पांच जनवरी को प्रकाशित होने वाली मतदाता सूची के अनुसार राज्य में 81.43 लाख मतदाता हैं। इस वर्ष इसमें 1.98 लाख नए महिला और 1.06 लाख पुरुष मतदाता जुड़े हैं। 18 से 19 वर्ष की आयु के मतदाताओं की संख्या 1.10 लाख है, जबकि 80 वर्ष से अधिक आयु के 1.43 लाख मतदाता हैं। दिव्यांग मतदाताओं की संख्या 66648 हो गई है, जबकि सर्विस मतदाता 93935 हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य में अभी तक एक पोलिंग बूथ पर अधिकतम 1500 वोटर का मानक था, जिसे अब 1200 किया गया है। इस क्रम में 623 नए बूथ बनाए गए हैं और यहां कुल पोलिंग बूथ की संख्या 11447 हो गई है। इस हिसाब से प्रत्येक बूथ पर वोटर की संख्या 700 के लगभग आएगी। प्रत्येक बूथ पर पानी, बिजली, शौचालय, शेड जैसी सभी व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के आदेश दिए गए हैं। ग्रामीण क्षेत्रों के बूथ भी सुविधाओं से सुसज्जित करने को कहा गया है।