पांच साल तक के 1.86 लाख बच्चों को मिलेगी विटामिन-ए की खुराक
विटामिन ए की कमी बच्चों को बना सकती है अन्धेपन का शिकार : डा.गीतम सिंह
कन्नौज। बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने और रतौंधी सहित अन्य बीमारियों से बचाने के लिए जिले में विटामिन ए की छमाही खुराक़ देने के लिए सम्पूरण कार्यक्रम का पहला चरण तीन अगस्त से शुरू होकर 30 अगस्त तक चलेगा। कार्यक्रम के तहत नौ से पांच वर्ष तक के बच्चों को विटामिन ए की खुराक दी जायेगी। विटामिन ‘ए’ की कमी से बच्चों में नजर का कमजोर होना, रात्रि के समय कम दिखाई देना, अंधेपन का शिकार हो जाना, रूखी आंख, रूखी त्वचा और त्वचा से संबन्धित समस्या हो सकती है। इसकी कमी से बचपन में होने वाली दस्त और कुपोषण जैसी आम बीमारियां भी जानलेवा हो सकती हैं। इन सभी कमियों को पूरा करने के लिए बच्चों को विटामिन ए की खुराक देना बेहद आवश्यक है। यह कहना है जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ.गीतम सिंह का। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.विनोद कुमार ने बताया कि विटामिन ए वसा में घुलनशील विटामिन है। जो शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है।इसलिए सभी माता-पिता जिनके बच्चे नौ माह से लेकर पांच वर्ष के हैं, उनको विटामिन ए की खुराक अवश्य पिलाएं ताकि वह स्वस्थ और पोषित रह सकें। जिला प्रतिरक्षण अधिकारी ने बताया कि इस अभियान के अंतर्गत जनपद में नौ माह से पांच वर्ष तक के बच्चों को प्रत्येक बुधवार व शनिवार को नियमित टीकाकरण के साथ विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी ।जनपद में करीब 1,86,995 बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाने का लक्ष्य है। इसमें 9 से 12 माह के 10,995 , एक से दो वर्ष के 41,242 एवं दो से पांच वर्ष तक के करीब 1,34,806 बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलाई जाएगी। विटामिन ए की खुराक देने के लिए हर बच्चे के लिए अलग डिस्पोजेबल चम्मच का प्रयोग किया जाएगा। उन्होंने बताया कि बच्चों में विटामिन ए की कमी को दूर करना ही इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है । इसलिए लक्ष्य को पूरा करने में सभी का सहयोग आवश्यक है। उन्होंने कहा कि जिले में विटामिन ए की शत-प्रतिशत खुराक बच्चों को पिलाने के लिए आशा एवं आंगनबाड़ी के द्वारा शहर एवं गांव के प्रत्येक घर को चिह्नित किया जाएगा।