करेंट से महिला की मौत
भरगामा (अररिया)
भरगामा थाना क्षेत्र के बीर नगर जेबीसी नहर पर बने छठ घाट पर सोमवार के अहले सुबह ग्यारह हजार हाई वोल्टेज तार के गिरने से एक 45 वर्षीय महिला की मौत हो गई। मृतिका सबिला खातून बिरनगर पश्चिम पंचायत के ही मो काफिल की पत्नी है।जबकि छह बच्चे घायल हो गए।घायलों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भरगामा में इलाज करवाया गया जहाँ चिकित्सक ने दो बच्चों की गंभीर स्थिति को देखते हुए अररिया रेफर कर दिया। वही घटना की सूचना पर घटनास्थल पर पहुंची भरगामा पुलिस ने लाश को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अररिया भेज दिया।वहीं भरगामा के थानेदार आदित्य कुमार एवं अंचलाधिकारी मनोज कुमार ने भी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भरगामा पहुंच कर घायल बच्चो के संबंध में चिकित्सक एवं लोगो से जानकारी ली।घायलों में खुशबुल आलम,अरतार, अलताब,कैफ,हिना प्रवीण,एवं नाजमीन शामिल है।अलतार एवं खुशबुल आलम को चिकित्सक ने प्राथमिक चिकित्सा के उपरांत बेहतर इलाज के लिये अररिया भेज दिया। घटना के बाबत बताया गया कि जेबीसी नहर पर छठ पूजा देखने गई थी।उसी दौरान घाट के बगल से गुजर रहे ग्यारह हजार हाई वोल्टेज तार में आग लग गाई।व तार टूट कर नीचे गिर गया।जिसकी चपेट में आने से उक्त महिला की घटनास्थल पर ही मौत हो गई।जबकि छह बच्चे बिजली के तार के चपेट में आ गए।घटना की सुचना पर चंद्रशेखर सिंह बब्बन,पूर्व सरपंच मो निजाम,मो असलम बेग घटना स्थल पर पहुंच कर मामले का जायजा लिया व पीड़ित परिवार को सांत्वना दिया।
बिरनगर जेबीसी नहर पर बने छठ घाट पर बिजली का तार गिरने से लोग बिजली विभाग के कार्यशैली पर सवालिया निशान लगा रहे है।ग्रामीणों का आरोप है कि छठ पर्व को लेकर रविवार की संध्या एवं सोमवार की सुबह बिजली काट दिया गया था।बाबजूद बिरनगर में बिजली जल रही थी।चंद्रशेखर सिंह बब्बन,मो निजाम ,मो असलम बेग ने कहा कि अगर बिजली विभाग के कर्मी अपना कर्तव्य पालन करते तो शायद ऐसी घटना नहीं होती।उक्त नेताओ ने मामले की जांच की मांग कर दोषियों पर करवाई की मांग की है।
जेबीसी नहर पर बने छठ घाट के समीप ग्यारह हजार तार की चपेट में आने से सबीना खातून की हुई मौत के बाद से बिरनगर एवं आसपास के क्षेत्र में मातम छाया हुआ है।परिजनों का रो रोकर बुरा हाल।मृतिका सबिला खातून की बड़ी बेटी सबाना की शादी हो चुकी है।वही उनके बच्चे अनवर,अजल,अबुजर,अफजल,नजराना ,परवाना का रो रो कर बुरा हाल है।गाँव की महिलाएं बच्चों को संभालने में जुटे थे।वही उनके पति को मानो कुछ सूझ ही नही रहा था।शून्य निगाहों से एकटक अपनी पत्नी के शव को देखे जा रहे थे।