युवाओं बच्चों से करवाए माँ सरस्वती की पूजा व हवन ख़ास दिन बसंत पंचमी : प्रदीप चानना
यावाओं बच्चों से करवाए माँ सरस्वती की पूजा व हवन ख़ास दिन बसंत पंचमी : प्रदीप चानना
अपने बच्चों को धर्म के दिन त्यौहार का महत्व बताना माता पिता का नैतिक कर्तव्य – पण्डित सत्यदेव भारद्वाज
(पंजाब) फिरोजपुर 01 फरवरी {कैलाश शर्मा जिला विशेष संवाददाता}=
प्राचीन श्री राधा कृष्ण मन्दिर, बाजार रामसूख दास के मुख्य पुजारी सत्यदेव भारद्वाज ने मन्दिर के सभी सदस्यों को बताया माघ मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी को देवी शारदा सरस्वती, माँ लक्ष्मी का ख़ास दिन है इसलिए इस दिन ज्ञान की देवी सरस्वती की पूजा अर्चना की जाती है। उन्होंने ने कहा कि जैसे माँ लक्ष्मी व सरस्वती को फूल माला, धूप, अगरबत्ती, ज्योति दिखाते हैं। इस पंचमी को बसंत पंचमी कहा जाता है। हर घऱ परिवार के बच्चों, युवाओं को साथ ले इस दिन हवन पूजा कर नाम सिमरण दान करना चाहिए, क्योंकि बसंत पंचमी के दिन से ही बसंत ऋतु का आगमन होता है, जो सभी ऋतुओं का राजा होता है।दिन-त्योहार हमारे ऋषियों संत महात्माओं पूर्वजों के दिए पुरातन संस्कार है, अमृत वेला संस्था के सह सचिव प्रदीप चानना ने सभी से कहाँ अपने बच्चों को धर्म के संस्कार सिखाना चाहिए यह हर माता पिता की नैतिक जिम्मेदारी बनती है, वह अपने बच्चों को धर्म के संस्कार दे, हर दिन त्यौहार का महत्व व इतिहास बच्चों को बताए तो आओ आने वाली बसंत पंचमी को प्रातः जल्दी उठ अपने ईष्ट गुरु का ध्यान कर बच्चों के साथ माँ सरस्वती की आराधना कर जप सिमरन पूजा हवन करें ।