*बुजुर्ग पिता ने अपने ही पुत्रों से जान बचाने की मुख्यमंत्री से लगाई गुहार
कहा, नहीं सुन रही थाना सीबीगंज पुलिस
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : सीबीगंज ,खलीलपुर के प्रेमनगर के एक बुजुर्ग पिता ने अपने ही दो पुत्र व छोटी बहू व बहू के मायके वालों पर संगीन आरोप लगाए हैं की यह सब मिलकर उसके मकान पर कब्जा करना चाहते हैं और बुजुर्ग को जान से मारना चाहते हैं। बुजुर्ग ने इसकी शिकायत थाना सीबीगंज पुलिस, उप जिलाधिकारी बरेली से भी की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जिसके बाद बुजुर्ग ने अब इस मामले की शिकायत जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से मुख्यमंत्री से की है।
जानकारी के अनुसार सीबीगंज के प्रेमनगर क्षेत्र में रहने वाले भगवानदास (68) अपने दोनों पुत्र व छोटी बहू से इतने परेशान हो गए की दोनों पुत्रों को अपनी चल अचल संपत्ति से बेदखल कर दिया है। इसके बाबजूद दोनों बेटों ने भगवानदास का जीना मुहाल कर दिया है। भगवान दास बताते हैं कि मेरी पत्नी का स्वर्गवास दो बर्ष पूर्व हो चुका है, अब मैं अकेला ही घर पर रहता हूँ। मेरा कोई कारोवार नही है मकान से जो किराया मिलता है उसी से गुजारा कर रहा हूँ। मैंने अपने पुत्रों को अपनी संपत्ति से बेदखल कर दिया है इसके बाबजूद उन्होंने मेरे मकान पर अपना कब्जा जमा रखा है, इसमें उनका साथ उनके ससुराल वाले भी दे रहे हैं मुझे व मेरी बेटियों और दामाद को समय समय पर झूठे मुकदमें में फसाने के लिए पुलिस का सहारा लेते रहते हैं ये लोग मुझे अपने रास्ते से हटाने के लिए मुझे जान से मारने की धमकी भी देते हैं। भगवानदास ने इस मामले की जानकारी जब थाना सीबीगंज पुलिस को दी तो उन्होंने भगवानदास की एक नही सुनी।
जबकि सरकार का स्पष्ट आदेश है कि प्रत्येक थाना स्तर पर एक सीनियर सिटीजन का ग्रुप बनाकर समय-समय पर स्थानीय पुलिस को सीनियर सिटीजनों से मिलते रहना चाहिए तथा उनकी समस्या का तुरंत ही निस्तारण करना चाहिए, लेकिन शायद थाना सीबीगंज पुलिस को सरकार के इस आदेश के बारे में मालूम ही नही है, या पुलिस उस आदेश को मानने के लिए तैयार ही नहीं है। बुजुर्ग भगवान दास बताते हैं कि थाना पुलिस की अनदेखी के चलते ही मैं अपनी समस्या को लेकर उप जिला अधिकारी से मिला था। उनके आदेश पर भी पुलिस ने कोई कार्य वाही नही की। और मेरे मकान को कब्जा मुक्त नही कराया।
भगवान दास के अनुसार वह मकान पर कब्जे के कारण हर चीज के लिए मोहताज हो गए हैं।
सभी जगह से निराश होकर भगवानदास ने जनसुनवाई पोर्टल के माध्यम से मुख्यमंत्री तक अपनी बात पहुंचाने का प्रयास किया है। भगवान दास के प्रार्थना पत्र के बाद देखना होगा कि कार्यवाई किस स्तर की होती है क्या भगवान दास को जनसुनवाई पोर्टल से अपनी समस्या का समाधान मिल सकेगा ? देखना बाकी है।