प्रेरणा वृद्धाश्रम में चल रहे तीन दिवसीय ध्यान योग शिविर का हुआ समापन,जीवन की आवश्यकताओं के नाम पर भोग विलास कर रहे हैं : डा. शिव प्रज्ञा महाराज।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
कुरुक्षेत्र, 1 दिसम्बर : प्रेरणा वृद्धाश्रम में चल रहे तीन दिवसीय ध्यान योग शिविर का समापन हो गया। शिविर के समापन अवसर पर बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। शिविर में मुख्य वक्ता और मुख्य प्रेरक के रूप में जैन साध्वी डा. शिव प्रज्ञा महाराज और तपस्विनी खुशी महाराज ने वर्तमान जीवन की परिस्थितियों पर गंभीरता से चर्चा की।
जैन साध्वी डा. शिव प्रज्ञा ने कहा कि वर्तमान जीवन में हम साधनों का दुष्प्रयोग कर रहे हैं। जीवन की आवश्यकताओं के नाम पर भोग विलास कर रहे हैं। यही भोग विलास आज जीवन में तनाव एवं परेशानियों का कारण है। उन्होंने उदाहरण के तौर पर सभी को मोबाइल फोन के दुष्परिणामों से प्रभावशाली ढंग से परिचित कराया। कहा कि यह मोबाइल हमारी संस्कृति को ले डूबेगा। हमारी भावी पीढ़ी के विचारों को दूषित कर देगा और पूरे देश को इसका दुष्परिणाम भुगतना पड़ेगा।
वृद्धाश्रम के संस्थापक डा. जय भगवान सिंगला ने जैन साध्वियों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि आज हमारे वर्तमान जीवन की एकाग्रता को भंग हो रही है। हमारी मान्यताएं टूट रही हैं। जैन साध्वियों ने हमें सही मार्गदर्शन किया है। इस तीन दिवसीय शिविर में आकाश नगर के बाल विकास विद्यालय के सैकड़ो विद्यार्थियों सहित गोविंदगढ़ राजकीय प्राइमरी विद्यालय के बच्चों ने भी भाग लिया। इस अवसर पर दिल्ली, गुड़गांव, टोहाना, नरवाना, करनाल, समालखा, घरौंडा इत्यादि से सैकड़ो श्रद्धालु पहुंचे। शिविर के कुशल प्रबंधन के लिए डा. शिव प्रज्ञा महाराज ने डा. जय भगवान सिंगला, अध्यक्ष रेनू खुंगर और विजयलक्ष्मी को सम्मानित किया।
इस अवसर पर रमेश मित्तल, अमित जैन, विकास जैन, शिल्पी जैन, विधि जैन, अमित शर्मा, ए.पी. जैन, डा. प्रणय जैन, रामलाल सिंगला, रेनू जैन, मनीषा जैन, अक्षय जैन, अशोक जैन, रामकुमार सैनी, मधुर सिंगला, नवनीत जैन, संजीव जिंदल, डा. वी.डी. शर्मा, मधु शर्मा, बलविंदर कौर, विजयलक्ष्मी, मीना कुमारी, शकुंतला देवी, सीता देवी, सुमन शर्मा, मलकीत कौर, उषा सच्चर, क्षमा मल्होत्रा, जोगिंदर सिंह, चंद्रकांत ठक्कर, इंद्रप्रीत सिंह बिंद्रा, कश्मीरी लाल जैन, विजय कुमार अग्रवाल इत्यादि मौजूद रहे।
शिविर के समापन अवसर पर सम्मान देते हुए जैन साध्वी एवं उपस्थिति।