युवाओं के निर्माण से होगा उन्नत राष्ट्र का निर्माण : सेठ राधाकृष्ण आर्य।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
घराड़सी के विद्याव्रत स्कूल में युवा एवं जीवन निर्माण शिविर का हुआ भव्य समापन।
कुरुक्षेत्र, 5 दिसम्बर : युवाओं के निर्माण से ही उन्नत राष्ट्र का निर्माण संभव है ऐसे में जरूरी है कि हमारे देश के युवा शारीरिक, मानसिक और चारित्रिक रूप से मजबूत हो और युवाओं को उन्नत बनाने का ये कार्य आर्य समाज तथा आर्य वीर दल द्वारा किया जा रहा है। उक्त शब्द आज घराड़सी के विद्याव्रत सीनियर सैकेण्डरी स्कूल में चल रहे योग एवं जीवन निर्माण शिविर के समापन समारोह में बतौर मुख्य अतिथि पधारे आर्य प्रतिनिधि सभा हरियाणा के प्रधान सेठ राधाकृष्ण आर्य ने कहे। उन्होंने कहा कि आज युवाओं में सबसे बड़ी विकृति नशे के कारण आ रही है जिससे बचाव का एकमात्र साधन आर्यसमाज है क्योंकि जो युवा आर्य समाज और आर्यवीर दल से एक बार जुड़ गया वह न केवल स्वयं के जीवन का निर्माण करता है बल्कि दूसरे युवाओं को भी नशा सहित दूसरे दुव्र्यसनों से बचाने का काम करता है। विद्यालय में पहुंचने पर डायरेक्टर बलजिन्द्र सिंह, सत्यवान, राकेश व प्रिंसीपल सुषमा शर्मा ने राधाकृष्ण आर्य सहित गुरुकुल कुरुक्षेत्र के प्रधान राजकुमार गर्ग का जोरदार स्वागत किया। इस अवसर पर वेद प्रचार प्रमुख विशाल आर्य, भजनोपदेशक महाशय जयपाल आर्य, जगदीश आर्य, व्यायाम शिक्षक आर्यमित्र एवं संजय आर्य सहित समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
सेठ राधाकृष्ण आर्य ने बताया कि कुरुक्षेत्र सहित कैथल व आसपास के क्षेत्रों में महामहिम राज्यपाल आचार्य श्री देवव्रत जी द्वारा वर्ष 2012 से वेद प्रचार का पुनीत कार्य किया जा रहा है जिसके तहत स्कूल, काॅलेजों में ऐसे शिविर लगाकर युवाओं को योग, प्राणायाम, सूर्य नमस्कार, भूमि नमस्कार, डम्बल, लेजियम आदि का प्रशिक्षण देकर शारीरिक रूप से मजबूत बनाया जा रहा है वहीं भजनोपदेश के माध्यम से उन्हें संस्कारित कर नशे से बुराई से बचाया जाता है। उन्होंने कहा कि युवाओं को ज्यादा से ज्यादा संख्या में आर्य समाज से जुड़ना चाहिए क्योंकि आर्य समाज ही एक ऐसा संगठन है जो समाज को नई दिशा और दशा दिखाने में सक्षम है। नारी शिक्षा पर बात करते हुए उन्होंने कहा कि समाज में नारी को समान अधिकार और सम्मान देने की वकालत सबसे पहले आर्य समाज ने की और नारी शिक्षा हेतु सबसे पहले कन्या पाठशाला में आर्य समाज द्वारा ही खोली गई थी। उन्होंने स्कूल के छात्रों द्वारा प्रस्तुत किये गये शारीरिक प्रदर्शन की सराहना की।
इससे पूर्व व्यायाम शिक्षक आर्यमित्र एवं संजय आर्य के नेतृत्व में विद्यालय के बच्चों ने सूर्य नमस्कार, भूमि नमस्कार, डम्बल, लेजियम, स्तूप निर्माण आदि का भव्य प्रदर्शन किया जिस पर दर्शकों ने तालियां बजाकर बच्चों का उत्साहवर्धन किया। अन्त में विद्यालय प्रबंधकों द्वारा सेठ राधाकृष्ण आर्य, राजकुमार गर्ग, महाशय जयपाल आर्य, विशाल आर्य सहित सभी अतिथियों को स्मृति-चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया।