77वें उर्से बशीरी की महफ़िल का आगाज़ 10 दिसम्बर से
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : उर्स-ए-बशीरी के ताल्लुक से आज परिसर में मीटिंग की गई , इस दौरान चार रोज़ा उर्स प्रोग्राम का इश्तेहार जारी किया गया,प्रोग्राम को बरेली सहित देशभर में अकीदतमंदों को उर्स मुबारक की इत्तिला दी गई हैं।गुलाबनगर स्थित दरगाह हज़रत मोहम्मद बशीर मियाँ रहमतुल्लाह अलेह का सालाना उर्स की शुरूआत 10 दिसम्बर को सुबह बाद नमाज़ ए फ़ज़र क़ुरआन ख्वानी से होगी,बाद नमाज़ ए मगरिब हज़रत शाहजी मियाँ रहमतुल्लाह अलेह के कुल शरीफ रस्म अदा की जाएगी,बाद नमाज़ ए इशा मिलाद ए पाक का नज़राना पेश किया जाएगा।
आगे उर्स कमेटी के ताज़ीम मियाँ साबिर बशीरी ने बताया कि 11 दिसम्बर को सुबह कुरआन ए पाक तिलावत,दिनभर अकीदतमंदों की हाज़री एवं चादरपोशी के जुलूस का सिलसिला,रात 9:15 बजे हज़रत मोहम्मद बशीर मियाँ रहमतुल्लाह अलेह के विसाली कुल शरीफ़ की रस्म अदा की जाएगी,
12 दिसम्बर को सुबह कुरआन ए पाक तिलावत,चादरपोशी गुलपोशी के जुलूस, बाद नमाज़ ए असर शाम 4:30 बजे हज़रत मोहम्मद बशीर मियाँ रहमतुल्लाह अलेह के मुख्य मुख्य कुल शरीफ़ की रस्म अदायगी की जाएगी।
13 दिसम्बर को सुबह 10 बजे खास तबरूकात की ज़ियारत अकीदतमंदों को कराई जाएगी और दुआ करने के बाद चार रोज़ा ए उर्स मुबारक का समापन हो जाएगा।
मौलाना मुक़ीम मियाँ बशीरी ने कहा कि अकीदतमंदों के लिये उर्स की व्यवस्था बनाई गई हैं।
जनसेवा टीम के अध्यक्ष पम्मी खान वारसी ने कहा कि हज़रत बशीरी मियाँ की दरगाह कौमी एकता और भाईचारे का संदेश देती हैं,उर्स के मौके अन्य जिलों से बड़ी संख्या में अकीदतमंद शामिल होते हैं।
अहमद उल्लाह वारसी ने नगर निगम प्रशासन से साफ़ सफाई व्यवस्था, पथ प्रकाश व्यवस्था को दुरुस्त कराने की मांग की हैं साथ उर्स के दौरान अकीदतमंदों की संख्या अधिक होती हैं ट्रैफिक व्यवस्था के लिये सम्बंधित विभाग से व्यवस्था बनाने की अपील की है।
इस मौके पर सय्यद शकील अली,ताज़ीम मियाँ साबिर बशीरी,मौलाना मुक़ीम मियाँ बशीरी,अहमद उल्लाह वारसी,पम्मी वारसी,अबरार हुसैन,कलीम मियाँ बशीरी,इक़बाल सकलैनी बशीरी,निसार अहमद,अब्दुल अज़ीज़,जावेद,फ़ाज़िल खान,अहसन मियाँ,ज़मीन मियाँ,कैफ मियाँ,सलमान बशीरी,सुब्हान बशीरी,राजू बशीरी,फईम बशीरी,तौकीर बशीरी,अतहर वारसी,इम्तेयाज़ बशीरी,वसीम बशीरी,काशिफ़ आदि मौजूद रहे।