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नुक्कड़ नाटक के माध्यम से शिक्षा के महत्व को प्रदर्शित किया।
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : सीबीगंज स्पेशल प्रोजेक्ट फॉर ईक्विटी के अंतर्गत निपुण भारत मिशन, उत्तर प्रदेश के तत्वाधान में जन जागरूकता के लिए नुक्कड़ नाटकों के माध्यम से शनिवार को श्रीमंत श्री दुलारी नाट्य संस्था द्वारा बेसिक शिक्षा परिषद के उच्च प्राथमिक विद्यालय जोगीठेर के स्टाफ और नुक्कड़ नाटक की नोडल प्रभारी के साथ ग्राम सभा जोगीठेर के होली चौक पर नुकड़ नाटक का आयोजन किया गया। और जन जागरूकता फैलाई गई। जानकारी के अनुसार बालिका शिक्षा, शिक्षा के महत्व, निपुण भारत मिशन के मुद्दों पर जन जागरूकता अभियान के लिए नुक्कड नाटकों के प्रथम चरण का आयोजन 8 दिसम्बर से 6 जनवरी तक होना है। इसी क्रम में शनिवार को सीबीगंज क्षेत्र के जोगीठेर गाँव में होली चौक पर नोडल प्रभारी अर्चना शर्मा के निर्देशन में श्रीमंत श्री दुलारी नाट्य संस्था द्वारा नुक्कड़ नाटक का प्रदर्शन किया गया। नाटक मंडली के प्रमुख हसीन मियां द्वारा अपने अन्य साथियों के साथ गीत गाकर लोगों को जागरुक किया गया। वहीं नाटक मंडली ने शिक्षा के महत्व को जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से आम जन नागरिकों के सामने एक नाटक प्रस्तुत किया। जिसमें एक कुम्हार को उसी के गाँव का प्रधान उस बख्त समझाते हुआ कहता है जब वह अपने बेटे से घड़े बनाने का काम करवा रहा होता है कि ये तुम क्या कर रहे हो, कुम्हार कहता है मटके बना रहा हूँ और बेटा गोलू मेरी मदद कर रहा है, इतने में प्रधान की नजर पास पड़े कुछ खराब मटकों पर पड जाती है, प्रधान कुम्हार से पूछता है, ये घड़े कैसे खराब हो गए। तो कुम्हार कहता है कुछ मिट्टी की कमी थी, कुछ मुझ से चूक हो गई, इसलिए ये खराब हो गए। इस पर प्रधान कहता है कि देखो, तुम्हारी जरा सी चूक से मिट्टी का घड़ा खराब हो जाता है, ठीक वैसे ही तुम्हारी जरा सी चूक से ही तुम्हारे बच्चे का पूरा जीवन खराब हो सकता है। नाटक में प्रधान ने कुम्हार को निपुण भारत मिशन, और बाल बाटिका कार्यक्रम के बारे में भी विस्तार से बताता है।
नाटक में प्रधान ने बताया कि सरकार हरेक बच्चे के लिए बारह सौ रुपए भेजती है। जिससे उसकी ड्रेस, जूता, मोजा, स्वेटर, और कापी पेंसिल आ सके, इस लिए तुम्हे केवल बच्चे को सुबह अच्छे से निल्हा-धुला कर स्कूल ही तो भेजना है, किताबे भी सरकार मुफ्त में ही देती है। इसलिए अपने बच्चे को काम पर न लगाकर स्कूल भेजो, जिससे वह अच्छी शिक्षा ग्रहण कर के एक अच्छा नागरिक बन सके।जिसके बाद कुम्हार अपने बच्चे गोलू को स्कूल भेजने को राजी हो जाता है। इस नाटक मंडली में नूरैन खान ने गोलू, गुड्डू बाबू ने कुम्हार, और वेद प्रकाश ने प्रधान का रोल प्ले किया। गोलू की मौसी के रोल में नैना गुप्ता दिखीं और पूरे नाटक का निर्देशन हसीन मियां ने निभाया। वही उच्च प्राथमिक विद्यालय जोगीठेर की तरफ से रेनू गंगवार मीनू रस्तोगी रुचि दिवाकर सुधांशु कुमार रिंपल सिंह बेबी तबस्सुम गौरव गंगवार अनिल शर्मा के साथ काफी संख्या में ग्रामीण उपस्थित रहे।