श्रीमदभगवदगीता में आज की युवा पीढ़ी के कौशल विकास के समस्त सूत्र विद्यमान है : डा. श्रीप्रकाश मिश्र।
वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, अम्बाला शहर एवं मातृभूमि सेवा मिशन के संयुक्त तत्तावधान में अंतर्राष्ट्रीय श्रीमदभगवद गीता जयंती समारोह – 2023 के उपलक्ष्य में युवा पीढ़ी के कौशल विकास में श्रीमदभागवद गीता की प्रासंगिकता विषय पर गीता संवाद एवं कौशल प्रदर्शनी कार्यक्रम संपन्न।
राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, अम्बाला शहर एवं मातृभूमि सेवा मिशन के संयुक्त तत्तावधान में अंतर्राष्ट्रीय श्रीमदभगवद गीता जयंती समारोह – 2023 के उपलक्ष्य में आयोजित गीता संवाद कार्यक्रम में उपायुक्त अम्बाला मुख्य अतिथि के रूप में पहुचे।
कुरुक्षेत्र 14 दिसंबर : श्रीमदभगवदगीता से व्यक्ति को अधर्म के सामने साहस न खोने अपितु धर्म की रक्षा के लिए आवश्यकता पड़ने पर अपनों से भी निडर होकर लड़ने की सीख मिलती है। ध्यान पूर्वक श्रीमदभगवदगीता पाठ व श्रवण करने वाले व्यक्ति का जीवन एक शरीर मात्र ही नहीं अपितु आत्मा के स्तर पर रहने वाला हो जाता है।आज के युग में मनुष्य एक शास्त्र, एक ईश्वर, एक धर्म, तथा एक वृत्ति के लिए अत्यंत उत्सुक हैं। आतएव सारे विश्व के लिए एक शास्त्र भगवद्गीता है। यह विचार मातृभूमि सेवा मिशन के संस्थापक डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, अम्बाला शहर एवं मातृभूमि सेवा मिशन के संयुक्त तत्तावधान में अंतर्राष्ट्रीय श्रीमदभगवद गीता जयंती समारोह – 2023 के उपलक्ष्य में युवा पीढ़ी के कौशल विकास में श्रीमदभागवद गीता की प्रासंगिकता विषय पर आयोजित गीता संवाद एवं कौशल प्रदर्शनी कार्यक्रम कार्यक्रम में बतौर मुख्य वक्ता व्यक्त किये। कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्यातिथि अम्बाला के उपायुक्त डा. शालीन, अतिविशिष्ट अतिथि अम्बाला की अतितिरिक्त उपायुक्त अपराजिता, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के प्रधानाचार्य भूपिंदर सांगवान एवं गीता संवाद कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने संयुक्त रूप से माँ सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण, पुष्पार्चन एवं दीप प्रज्ज्वलन से किया। राजकीय औद्योगिअवकाशक प्रशिक्षण संस्थान परिसर पहुंचने पर सभी अतिथियों का राष्ट्रीय कैडेट कोर के विद्यर्थिओ ने सलामी देकर स्वागत किया। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान परिसर में विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न विधाओं में लगाए गये स्टालो का उपायुक्त अम्बाला स सहित सभी अतिथियों ने विस्तार से निरीक्षण किया। उपायुक्त अम्बाला डा. शालीन ने कहा व्यक्ति को कर्म का महत्व समझा कर निष्काम बनाने की महान सीख जो गीता से मिलती है, वह सर्वविदित है। ‘फल की चिंता न करो’, केवल अपना कर्म करो यह बात लिखने पढ़ने में तो सरल है लेकिन इसे जीवन में उतार पाना एक कठिन तपस्या है। जिसने यह तपस्या पूरी कर ली वह निश्चित ही साधारण मनुष्य नहीं रह जाता और इस प्रकार व दूसरों के लिए भी प्रेरणास्रोत बन जाता है। मुख्य वक्ता डा. श्रीप्रकाश मिश्र ने कहा श्रीमदभगवदगीता में युवा पीढ़ी के कौशल विकास के समस्त सूत्र विद्यमान है। आज युवा पीढ़ी की श्रीमदभगवद गीता में विद्यमान शिक्षाओ को आत्मसात करने की महती आवश्यकता है। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए अति विशिष्ट अतिथि अतिरिक्त उपायुक्त अपराजिता ने कहा श्रीमदभगवदगीता की शिक्षाओं में युवा पीढ़ी का भविष्य निहित है। प्रधानाचार्य भूपेंद्र सिंह सांगवान ने आये सभी अतिथिओ का स्वागत एवं आभार ज्ञापित किया। विद्यार्थिओ द्वारा इस अवसर पर लगाए गये कौशल विकास के स्टाल सभी ने सराहना की। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान अम्बाला शहर एवं मातृभूमि सेवा मिशन के विद्यार्थिओ द्वारा प्रस्तुत सांस्कृतिक कार्यक्रमों की उपस्थित सभी लोंगो ने खूब सराहना की और करतल ध्वनि से उत्साहवर्धन किया। राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान परिसर में लोकमंगल के निमित्त वैदिक गीता ज्ञान यज्ञ किया। कार्यक्रम का संचालन श्रीमती अनिता मोंगा ने कुशलतपूर्वक किया। कार्यक्रम में पंजाब सिविल सेवा के अवकाश प्राप्त अधिकारी टी. पी. एस. वालिया,ए.एस.आई.ए. प्रधान विक्रम चौधरी गौरव सैनी, सौरव नागपाल, डा. राजिंद्र कुमार देशवाल, डा. राजेश कुमार, अजय सिंह मलिक, आहार विशेषज्ञ शिवा, राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान के समस्त शिक्षक, कर्मचारी सहित अम्बाला की विभिन्न सामाजिक, धार्मिक संस्थाओ के प्रतिनिधि एवं गणमान्य जन उपस्थित रहे।