अपने ही विद्यालय के इंचार्ज प्रधानाध्यापक पर लगाए आरोप
खंड शिक्षा अधिकारी ने स्पष्टीकरण तलब किया
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : कम्पोजिट विद्यालय रोंधी की सहायक अध्यापिका द्वारा इंचार्ज प्रधानाध्यापिका पर अध्यापन कार्य न करने, विभागीय कार्यों में व्यवधान पैदा करने व मानसिक शोषण करने को लेकर इसी विद्यालय की सहायक अध्यापिका द्वारा उच्च अधिकारियों को पत्र लिखा गया है। जिसके सापेक्ष खंड शिक्षा अधिकारी क्यारा ने इंचार्ज प्रधानाध्यापिका से 15 दिसम्बर तक स्पष्टीकरण तलब किया है।
जानकारी के अनुसार बरेली के क्यारा ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय रोंधी की सहायक अध्यापिका नीतू सिंह ने इंचार्ज प्रधानाध्यापिका उमा देवी पर आरोप लगाते हुए कहा है कि, उमा देवी द्वारा हिन्दी विषय की अध्यापिका होने के बाबजूद हिन्दी विषय को नही पढ़ाया जाता है। यही नही, नीतू सिंह द्वारा बताया गया कि विद्यालय सम्बन्धी सूचनाओं को तैयार करने को लेकर इंचार्ज प्रधानाध्यापिका उमा देवी द्वारा छात्राओं के समक्ष ही बार-बार उन्हे अपमानित किया जाता है। नीतू सिंह आगे बताती है कि उमा देवी के तानाशाही रवैये के कारण वे अवसाद में चली गई है, और इलाज करवाना पड़ रहा है। विज्ञान प्रयोगशाला सम्बन्धी उपकरण सूक्ष्मदर्शी तथा शिक्षण अधिगम सामग्री बार बार कहने के बाद भी उमा देवी द्वारा उपलब्ध नही कराई गई हैं। जिस कारण विज्ञान के बच्चो की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। नीतू सिंह ने उमा देवी द्वारा भरी गयी शिक्षक डायरी की जांच की मांग भी उठायी है। इस मामले पर खंड शिक्षा अधिकारी क्यारा शीशपाल द्वारा इंचार्ज प्रधानाध्यापिका कंपोजिट विद्यालय रोंधी, उमा देवी से 15 दिसंबर तक स्पष्टीकरण तलब किया गया है। स्पष्टीकरण में
उमा देवी को अपना पक्ष सुसंगत साक्ष्यो सहित खंड शिक्षा अधिकारी क्यारा कार्यालय को उपलब्ध कराने के लिए निर्देशित किया गया है। यदि इस मामले में इंचार्ज प्रधानाध्यापक पर आरोप साबित हो जाता है तो इंचार्ज प्रधानाध्यापक पर बड़ी कार्रवाई हो सकती है वही जनपद के अन्य विद्यालयों में भी प्रधानाध्यापकों की तानाशाही की खबरें आती रहती हैं। लेकिन सहायक अध्यापक इसका विरोध नहीं कर पाते, इस मामले में कार्रवाई यदि होती है तो अन्य विद्यालयों के सहायक अध्यापकों को हौसला मिलेगा और वे भी अपनी आवाज बुलंद कर सकेंगे हैं।
फिलहाल कंपोजिट विद्यालय रोंधी के मामले में आगे क्या होता है, देखना दिलचस्प होगा।