उच्च प्राथमिक विद्यालय जोगीठेर में स्मार्ट टीवी के माध्यम से विश्व मानव एकता दिवस मनाया
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : सीबीगंज,लोगों को एक साथ एक सूत्र में बांधने के लिए ही विश्व मानव एकता दिवस मनाया जाता है। एकजुटता को साझा हितों और उद्देश्यों के बारे में जागरूकता के रूप में परिभाषित किया जाता है, जो एक ऐसे समाज को बनाने में सहायक होता है, जो एकता और संबंधों की मनोवैज्ञानिक भावना पैदा करता है। इसी उद्देश्य से सीबीगंज स्थित उच्च प्राथमिक विद्यालय जोगीठेर में स्मार्ट टीवी के माध्यम से छात्र-छात्राओं को अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता दिवस के बारे में विस्तार से संकुल शिक्षक मोहन सिंह, व इंचार्ज अध्यापक रमेश सागर द्वारा बताया गया। संकुल शिक्षक मोहन सिंह ने बताया कि, विविधता में एकता का जश्न मनाने और एकजुटता के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए ही हर साल 20 दिसंबर को विश्व स्तर पर अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता दिवस मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता दिवस और सप्ताह आम जनमानस को चिंता के मुद्दों पर शिक्षित करने, वैश्विक समस्याओं के समाधान के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति और संसाधन जुटाने और मानवता की उपलब्धियों का जश्न मनाने के साथ उन्हें सुदृढ़ करने के अवसर प्रदान करता हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ के निर्माण ने शांति, मानवाधिकार और सामाजिक और आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिए दुनिया के लोगों और देशों को एक साथ आकर्षित किया है। क्षेत्र के चन्दपुर काजियान की प्रधानाध्यापिका नीतू अग्रवाल ने कहा कि, अंतरराष्ट्रीय मानव एकता दिवस के लिए एक संगठन की स्थापना की गई है। जिसके सदस्यों के बीच एकता और सदभाव बनाये रखने जैसे मूल आधार की कल्पना की गई है, जिसे सामूहिक सुरक्षा की अवधारणा में व्यक्त किया गया है जो अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा बनाए रखने के लिए एकजुट होने के लिए अपने सदस्यों की एकजुटता पर निर्भर करता है।
एकजुटता की भावना से ही संगठन आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक या मानवीय चरित्र की अंतर्राष्ट्रीय समस्याओं को हल करने में भरोसा करता है। क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय गौतारा की प्रधानाध्यापिका कल्पना पांडे ने अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता दिवस के उपलक्ष्य में कहा कि, मानव एकजुटता इक्कीसवीं सदी में लोगों के बीच संबंधों का आधार होना चाहिए, और इसी लिए उन संबंध को बनाये रखने के लिए प्रत्येक वर्ष 20 दिसंबर को अंतर्राष्ट्रीय मानव एकता दिवस मनाने का निर्णय लिया गया था। मानव एकजुटता दिवस के लिए संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 20 दिसंबर 2002 को विश्व एकजुटता कोष की स्थापना की, जिसे फरवरी 2003 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम के ट्रस्ट फंड के रूप में स्थापित किया गया था। इसका उद्देश्य विकासशील देशों में, विशेष रूप से उनकी आबादी के सबसे गरीब वर्गों में, गरीबी उन्मूलन और मानव और सामाजिक विकास को बढ़ावा देना है। ये दिन विभिन्न देशों की सरकारों को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर समझौतों के प्रति अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने की याद भी दिलाता है। एकजुटता के महत्व के बारे में सार्वजनिक जागरूकता बढ़ाने के इस दिन पर
गरीबी उन्मूलन सहित सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए एकजुटता को बढ़ावा देने के तरीकों पर बहस को प्रोत्साहित करने के लिए भी इस दिन की खास महत्ता है।