हरियाणा संपादक – वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक।दूरभाष – 94161 91877
कुरुक्षेत्र : श्रीकृष्ण आयुष विश्वविद्यालय के प्रांगण में 75 वें गणतंत्र दिवस पर आयुष विवि के कुलपति प्रो. वैद्य करतार सिंह धीमान ने राष्ट्र ध्वज फहराया और एनसीसी कैडेट्स की परेड की सलामी ली। इस मौके पर बीएएमएस व एमडी के छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति गीतों की प्रस्तुति दी। कुलपति प्रो. वैद्य करतार सिंह धीमान ने देश के लिए जान न्योछावर करने वाले सभी राष्ट्र नायकों को नमन किया और कहा कि भारत का संविधान विश्व का सबसे बड़ा लिखित संविधान है, जिसमें देश के हर नागरिक को अपना जीवन स्तर बेहतर बनाने के लिए मूलभूत मौलिक अधिकार प्रदान किए गए हैं। जो एक लंबे संघर्ष और हजारों-लाखों हुतात्माओं के सर्वस्व बलिदान की बदौलत प्राप्त हुए हैं। इसलिए अधिकारों के प्रति सजगता के साथ-साथ प्रत्येक नागरिक को अपने कर्तव्यों का भी निर्वहन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि डॉ. भीमराव अंबेडकर को संविधान निर्माता की संज्ञा दी गई है। यह उनके पुरुषार्थ और अनेक देशों के संविधान का अध्ययन की वजह से प्रदान की गई है। वैसे तो संविधान सभा में बहुत सारे सदस्य थे परन्तु अकेले बाबा साहब ने संविधान निर्माण में मुख्य भूमिका निभाई और ऐसे संविधान का निर्माण किया जो भारतीय परंपराओं और परिवेश के अनुकूल है। 75 वर्ष के कालखंड के बाद एक बार फिर भारत विश्व का नेतृत्व करने जा रहा है। केंद्र में मजबूत नेतृत्व के चलते चारों दिशाओं में भारत का गौरव गान की गूंज सुनाई दे रही है। जिसमें हर एक भारतवासी का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आजादी के अमृत काल में विकसित भारत का संकल्प भारतवासियों द्वारा लिया गया है वह तभी पूर्ण होगा जब प्रत्येक क्षेत्र में कार्यरत चाहे व्यक्ति चाहे सेवा क्षेत्र हो,शिक्षा, चिकित्सा, विज्ञान और कृषि सभी को ईमानदारी पूर्वक अपने कर्तव्यों का निर्वहन करना होगा। कार्यक्रम के अन्त में कुलसचिव डॉ. नरेश भार्गव ने कुलपति प्रो. वैद्य करतार सिंह धीमान व कार्यक्रम की आयोजन समिति का धन्यवाद प्रकट किया।