30 जनवरी से ग्राम सभाओं/नगरीय वार्डों में किये जायेंगें कुष्ठ रोग जागरूकता कार्यक्रम
समाज में कुष्ठ रोग से जुड़े कलंक एवं भेदभाव को समाप्त करने हेतु जिलाधिकारी ने जारी की अपील
दीपक शर्मा (संवाददाता)
बरेली : शासन के निर्देशों के क्रम में जिलाधिकारी रवीन्द्र कुमार के कुशल निर्देशन में स्पर्श कुष्ठ जागरूकता अभियान 30 जनवरी 2024 से 13 फरवरी 2024 तक जनपद की समस्त ग्राम सभाओं/नगरीय वार्डों में मनाया जायेगा। जिसके अन्तर्गत 30 जनवरी को समस्त ग्राम सभाओं/ नगरीय वार्डों में कुष्ठ रोग को लेकर जागरूकता फैलायी जायेगी। जिससे समाज में कुष्ठ रोग से जुड़े कलंक एवं भेदभाव को समाप्त किया जा सके।
जिलाधिकारी ने आम जनमानस के अपील की है कि अपने जनपद को कुष्ठ रोग से मुक्त बनाने के लिये कोई कसर नहीं छोड़ेगें। कुष्ठ रोग पहचानना बहुत आसान है और साध्य है। हम सभी कुष्ठ रोगियों को जितनी जल्दी हो सके खोजने के लिये हर सम्भव प्रयास करें। हम सब इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिये जनपद में उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करें। इसके साथ हम कुष्ठ रोग प्रभावित व्यक्ति से कोई भेदभाव नहीं करेंगें और न ही किसी दूसरे व्यक्ति को कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्ति के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव करने देंगें, हम व्यक्तिगत एवं सामूहिक रूप से कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों से जुड़े कलंक और भेदभाव को समाप्त करने और उनको समाज की मुख्य धारा में लाने के लिये अपना पूर्ण योगदान देगें। हम सभी कलंक एवं भेदभाव के प्रति शून्य सहिष्णुता के लिये भेदभाव का अंत करनेए सम्मान को गले लगाने की प्रतिज्ञा लेते है।
इस क्रम में प्रधानों द्वारा अपने क्षेत्र में जागरूकता फैलायी जायेगी। ग्राम सभा/ग्राम पंचायत समिति और जिला परिषद सदस्यों के साथ बैठके करके लोगों को जागरूक किया जायेगा। आमजन को बताया जायेगा कि हमें भारत को कुष्ठ रोग से मुक्त करने के लिये एक साथ काम करना होगा जिस प्रकार हमने हमारे देश को पोलियो व चेचक जैसी बीमारियों से मुक्त कर दिया है उसी तरह हमे आने वाले वर्षों में भारत को कुष्ठ रोग से मुक्त करना है। कुष्ठ रोग के इलाज के लिये दवाई (एम0डी0टी0) सभी सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में मुफ्त उपलब्ध है। हमारे स्वास्थ्य कार्यकता (आशा दीदी एवं ए0एन0एम दीदी) जतनी जल्दी हो सके संदिग्ध कुष्ठ रोगी का पता लगाने और पहचानने के लिये घर-घर जाकर सर्वेक्षण कर रहे हैं। अगर किसी व्यक्ति की त्वचा पर हल्के रंग के दाग-धब्बे है जो कि सुन्न है ऐसे व्यक्ति कुष्ठ रोगी हो सकते हैं और उन्हे तत्काल स्वास्थ्य केन्द्र पर सूचित करना चाहिये। उपचार हेतु देरी होने से विकलांगता हो सकती है। कुष्ठ रोग से प्रभावित व्यक्तियों को शीघ्र खोजकर उन्हे ससमय इलाज दे दिया जायेगा तो वे पूर्ण रुप से ठीक हो जायेंगे और विकलांगता से बच जायेंगे। किसी प्रकार के अन्ध विश्वास, कल्पना या अफवाह पर विश्वास कतई न करें। इस जानकारी को हम महात्मा गांधी जी की पुण्य तिथि को स्पर्श कुष्ठ जागरुकता अभियान के रुप में मना रहे हैं । और इस अभियान का प्रयास है, कि कुष्ठ रोग के प्रति लोगों को जागरुक किया जा सके। हम सभी को भारत से कुष्ठ रोग को समाप्त करने के लिये हर सम्भव प्रयास करने हैं।